उत्तर प्रदेश: प्रयागजराज में संदिग्ध अवस्था में मिला अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव
क्या है खबर?
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (72) का शव सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित उनके बाघंबरी मठ में संदिग्ध अवस्था में मिला है। उनका शव रस्सी से लटकता मिला है।
उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उन्होंने मानसिक रूप से परेशान होने का जिक्र किया है। इसके आधार पर पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है।
पुलिस ने उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मार्चरी में रखवा दिया।
प्रकरण
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर निकाला शव
इंडिया टुडे के अनुसार, पुलिस ने बताया कि शाम को बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरी का शव होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह अंदर से बंद मिला।
इस पर पुलिस ने दरवाजे को तोड़ दिया। अंदर महंत गिरी का शव नायलॉन की रस्सी से लटकता हुआ मिला। पुलिस को मौके पर सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उन्होंने मानसिक रूप से परेशान होने की बात लिखी है।
आत्महत्या
प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है पुलिस
पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला है। अभी इसमें हत्या की संभवना नजर नहीं आ रही है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा होगा।
घटना को देखते हुए पुलिस ने पूरे मठ को सील कर दिया है और उसकी गहनता से जांच कर रही है।
इतना ही नहीं पुलिस अब किसी को भी मठ में प्रवेश नहीं दे रही है। फारेंसिक टीम भी मौके से आवश्यक साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है।
विवाद
शिष्य के साथ चल रहा था विवाद
सूत्रों के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरी का अपने एक शिष्य आनंद गिरी से कुछ समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद को लेकर महंत नरेंद्र गिरी और उनके शिष्य के बीच कुछ दिनों पहले ही सुलह हुई थी।
शिष्य ने उनसे माफी मांगी थी जिसके बाद महंत गिरी ने भी उन्हें माफ कर दिया था।
महंत गिरी कुछ समय पहले ही कोरोना से संक्रमित भी हो गए थे। हालांकि, वो उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे।
शोक
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महंत गिरी के निधन पर शोक जताया है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि का देहावसान अत्यंत दुखद है। आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति समर्पित रहते हुए उन्होंने संत समाज की अनेक धाराओं को एक साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!!'
इसी तरह हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी उनके निधन की सूचना को बेहद ही दुखद करार दिया है।
दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जताया दुख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधर पर दुख जताया है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का निधन आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। भगवान श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त अनुयायियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।'
इसी तरह समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उनके निधन को अपूरणीय क्षति करार दिया है।