प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर और LoC पर हाई अलर्ट घोषित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को दिल्ली में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ होने वाली अहम बैठक से पहले बुधवार को पूरे जम्मू-कश्मीर सहित नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इसको लेकर पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों ने गश्त और निगरानी को बढ़ा दिया है। बता दें कि अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद हो रही यह पहली बैठक बहुत अहम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
बता दें कि गत शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को 24 जून को बैठक बुलाने का निर्णय किया था। इसको लेकर इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) के अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा गया था। इस निमंत्रण से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में सुगबुगहट तेज हो गई थी।
गुपकर गठबंधन ने 22 जून को किया था बैठक में शामिल होने का निर्णय
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से सर्वदलीय बैठक का निमंत्रण मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर की आठ बड़ी पार्टियों के गुपकर संगठन ने बैठक में शामिल होने पर चर्चा के लिए मंगलवार को बैठक आयोजित की थी। यह बैठक गठबंधन के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के गुपकर रोड स्थित आवास पर हुई थी। बैठक के बाद अब्दुल्ला ने कहा था कि गठबंधन ने बैठक में शामिल होने का निर्णय किया और वह इसके जरिए सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे।
क्या है सर्वदलीय बैठक का उद्देश्य?
कहा जा रहा है कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी शुरू करना है। इसके लिए बैठक में परिसीमन अभ्यास या केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया पर चर्चा कर सकती है। हालांकि, केंद्र की ओर से बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया गया गया है, लेकिन उम्मीद है कि इसमें परिसीमन और जम्मू-कश्मीर राज्य के दर्जे को लेकर गहन चर्चा हो सकती है।
JKAP नेता बुखारी ने बैठक को बताया स्वागत योग्य कदम
JKAP नेता सैयद अल्ताफ बुखारी ने सर्वदलीय बैठक को लेकर कहा, "मैं इसे एक सकरात्मक विकास के तौर पर देखता हूं। प्रधानमंत्री 14 मार्च, 2020 को JKAP के प्रतिनिधिमंडल मिले थे और अब उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह स्वागत योग्य कदम है।"
जम्मू-कश्मीर के नेताओं का दिल्ली पहुंचना हुआ शुरू
बता दें कि सर्वदलीय बैठक को लेकर जम्मू-कश्मीर के नेताओं का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता और जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना गुरुवार को जम्मू से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इसी तरह भाजपा की पूर्व सहयोगी PDP की महबूबा मुफ्ती शाम को दिल्ली पहुंच गई। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख जीए मीर सहित अन्य नेताओं के भी आने की उम्मीद है।
खुले दिमाग से प्रधानमंत्री मोदी से मिलने आए हैं- मुफ्ती
दिल्ली पहुंचने के बाद मुफ्ती ने कहा कि वह खुले दिमाग से प्रधानमंत्री से मिलने आए हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी के चीफ भीम सिंह ने कहा कि केंद्र से दावत नामा तो मिला है पर एजेंडा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने मतभेदों के बाद भी बैठक बुलाकर बहुत हिम्मत, समझदारी और सूझबूझ दिखाई है। इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि बैठक में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने का मुद्दा शीर्ष पर होगा।
जम्मू-कश्मीर में घोषित किया हाई अलर्ट
प्रधानमंत्री मोदी की जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ यह बैठक करीब दो साल बाद होने जा रही है। इसकी अहमीयत को देखते हुए जम्मू-कश्मीर और नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इसके अलावा गुरुवार को पूरे केंद्र शासित प्रदेश में इंटरनेट सेवा को भी बंद किया जा सकता है। सीमा और सीमा क्षेत्र में बसे इलाकों में गश्त को बढ़ा दिया गया है। इसी तरह हाईवे पर वाहनों की गहन जांच की जा रही है।