गणतंत्र दिवस परेड: पहली बार दिखेगी लद्दाख की झांकी, नहीं होंगे मोटरसाइकिल पर स्टंट
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार दर्शकों को मोटरसाइकिल पर स्टंट करते हुए जवान नजर नहीं आएंगे। वहीं पहली बार ऐसा हो रहा है जब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की झांकी राजपथ से गुजरेगी। कोरोना महामारी के चलते इस बार का समारोह हर बार से अलग होगा। पिछले साल लगभग 1.25 लाख दर्शकों ने यह समारोह देखा था, लेकिन इस साल केवल 25,000 लोग ही आ पाएंगे।
कैसी होगी लद्दाख की झांकी?
2019 में जम्मू-कश्मीर से अलग होकर केंद्र शासित प्रदेश बने लद्दाख की झांकी में ठिकसे मठ की झलक दिखेगी। 5 महिलाओं समेत 11 सदस्यों के दल वाली झांकी में इंडियन एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी को भी दिखाया जाएगा। लेह के पास हेनले में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इस ऑब्जर्वेटरी में ऑप्टिकल, इंफ्रारेड और गामा-रे टेलिस्कोप लगे हुए हैं। इसके अलावा लद्दाख में कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए कामों को भी इस झांकी का हिस्सा बनाया जाएगा।
नहीं होगी वीरता पुरस्कार पाने वाले वाली बच्चों की परेड
महामारी की वजह से इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में कई और बदलाव देखने को मिलेंगे। इस साल मोटरसाइकिल पर हैरान कर देने वाले स्टंट दिखाने वाला दल समारोह का हिस्सा नहीं होगा और वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों की परेड भी नहीं निकाली जाएगी। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए मार्च करने वाले दलों की संख्या 144 से घटाकर 96 की गई है। झांकियों में शामिल होने वाले सभी लोगों को कोरोना टेस्टिंग भी करवानी होगी।
उत्तर प्रदेश की झांकी में होगी राम मंदिर की झलक
इस बार राजपथ से कुल 32 झांकियां गुजरेंगी। इनमें से 17 अलग-अलग राज्यों, नौ अलग-अलग मंत्रालयों और विभागों की और छह रक्षा बलों की होगी। सभी झांकियां हर बार की तरह लाल किले तक न जाकर नेशनल स्टेडियम पर रुकेंगी। उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को दिखाया जाएगा। वहीं बायोटेक्नोलॉजी विभाग की झांकी में देश में बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया को दिखाया जाएगा।
इन मायनों में खास है इस बार का गणतंत्र दिवस
भारत इस बार गणतंत्र दिवस ऐसे मौके पर मना रहा है, जब कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल पूरा होने वाला है। देश में 30 जनवरी, 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। एक साल बाद भारत कोरोना वायरस के कारण दुनिया का दूसरा प्रभावित देश बना हुआ है। राहत की बात यह है कि देश में दो वैक्सीनों के साथ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो चुका है।
समारोह में नहीं होगा कोई मुख्य अतिथि
इस बार गणतंत्र समारोह बिना मुख्य अतिथि के आयोजित होगा। इस साल यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रण भेजा गया था। पहले उन्होंने इस पर सहमति जताई थी, लेकिन बाद में अपने देश में कोरोना के कारण पैदा हुई स्थितियों को देखते हुए भारत दौरा रद्द कर दिया। ऐसे में इस साल बिना मुख्य अतिथि की मौजूदगी के गणतंत्र दिवस समारोह होगा।