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कोटा: बैंक कर्मचारी ने खातों से निकाले करोड़ों रुपये, शेयर बाजार में गंवाए; जानें पूरा मामला
राजस्थान के कोटा में बैंक कर्मचारी ने ग्राहकों के खाते से करोड़ों रुपये निकाल लिए

कोटा: बैंक कर्मचारी ने खातों से निकाले करोड़ों रुपये, शेयर बाजार में गंवाए; जानें पूरा मामला

लेखन आबिद खान
Jun 06, 2025
03:36 pm

क्या है खबर?

अगर आपका मानना है कि बैंक में पैसा सुरक्षित रहता है, तो आपको सतर्क होने की जरूरत है। राजस्थान के कोटा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला बैंक अधिकारी ने कई खातों में जमा करीब 4.58 करोड़ रुपये धोखाधड़ी से निकाल लिए। महिला ने इन पैसों को शेयर बाजार में निवेश किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और ज्यादातर राशि डूब गई। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने महिला कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।

मामला

क्या है मामला?

गिरफ्तार महिला कर्मचारी का नाम साक्षी गुप्ता है। वो कोटा में ICICI बैंक की DCM शाखा में रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर कार्यरत थी। उसने ढाई साल तक घोटाले को अंजाम दिया। जब जांच में गड़बड़ी सामने आई तो शाखा प्रबंधक तरुण दाधीच ने 18 फरवरी, 2025 को उद्योग नगर थाने में साक्षी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। जांच के बाद साक्षी को 31 मई को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया।

खाते

110 खातों से निकाली राशि, समय से पहले तोड़ी FD

जांच में सामने आया कि साक्षी ने 41 ग्राहकों के 110 से ज्यादा खातों से रुपये निकाले। साक्षी ने 31 ग्राहकों की FD समय से पहले तोड़कर 1 करोड़ 34 लाख रुपये अनधिकृत खातों में ट्रांसफर किए। इसके अलावा 3.40 लाख रुपये का निजी लोन भी धोखे से लिया। उसने ज्यादातर लेन-देन इंस्टा कियोस्क और डिजिटल बैंकिंग से किए। धोखे से 4 ग्राहकों के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर ATM और इंटरनेट बैंकिंग से भी लेन-देन किए।

मोबाइल

ग्राहकों के खातों में डाल दिए परिजनों के मोबाइल नंबर

साक्षी ने पूछताछ में बताया कि उसने ग्राहकों से खातों में मोबाइल नंबर बदलने के फॉर्म भरवाए और अपने परिजनों के नंबर डाल दिए। इससे खातों में लेन-देन का मैसेज की जानकारी ग्राहकों को नहीं लगी। कम से कम 19 खातों में मोबाइल नंबर बदलने जाने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद साक्षी ने खाताों से राशि निकालकर अपने घर परिवार के सदस्यों के खातों में भी जमा की।

खाता

वरिष्ठ नागरिक के खाते में जमा किए 3.22 करोड़ रुपये

जांच में पता चला कि साक्षी ने एक वरिष्ठ नागरिक हेमवती साहू के खाते में 3.22 करोड़ रुपये जमा किए। इस खाते में दूसरे खातों से ठगी गई राशि जमा की। हेमवती को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। इसके अलावा साक्षी ने फर्जी FD रसीदें, यूचुअल फंड स्टेटमेंट में हेराफेरी और गलत विवरण के साथ लेनदेन को वैध दिखाने की कोशिश की। उसने राशि को डीमैट खातों के माध्यम से शेयर बाजार में लगाया।

खुलासा

कैसे हुआ खुलासा?

दरअसल, एक खाताधारक अपनी 1.50 लाख रुपये की FD के बारे में जानकारी मांगने आया था। इसी तरह हेमवती साहू भी जब खाते से जुड़ी कुछ जानकारी लेने आई, तो उन्हें अपने खाते से 3.22 करोड़ रुपए निकाले जाने की बात पता चली। लगातार मामले सामने आने के बाद बैंक ने अपने स्तर पर जांच शुरू की और पूरे मामले में साक्षी की भूमिका सामने आई। पुलिस अब घोटाले में अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।