दिल्ली: दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वायरस देखभाल केंद्र शुरू, जानिए कौन-कौन सी सुविधा होंगी उपलब्ध
क्या है खबर?
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज छतरपुर स्थित सरदार पटेल कोविड देखभाल केंद्र और अस्पताल (SPCCCH) का उद्घाटन किया और आज से इसमें मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
10,000 बेड के इस केंद्र को दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बताया जा रहा है और यहां मरीजों के लिए तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
आइए आपको इन्हीं सुविधाओं और SPCCCH से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी देते हैं।
पृष्ठभूमि
राधा स्वामी आध्यात्मिक केंद्र को बदल कर बनाया गया केंद्र
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर जून की शुरूआत में गृह मंत्री अमित शाह ने उप राज्यपाल अनिल बैजल से दिल्ली सरकार की मदद के इच्छुक लोगों और संगठनों से संपर्क साधने को कहा था।
राधा स्वामी सत्संग संगठन ने सबसे पहले बैजल की अपील पर प्रतिक्रिया दी और छतरपुर स्थित अपने इस केंद्र को कोरोना वायरस देखभाल केंद्र बनाने के लिए सरकार को सौंप दिया।
इससे पहले यहां प्रवासी मजदूरों के लिए कैंप भी लगाए गए थे।
आकार
22 फुटबॉल मैदानों के बराबर है केंद्र
इस केंद्र का आकार 12,50,000 वर्ग फुट है जो फुटबॉल के 22 मैदानों के बराबर है। इसमें कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए 200 से अधिक हॉल बनाए गए हैं और हर हॉल में 50 बेड होंगे।
सभी जगह रोशनी और पंखों की व्यवस्था की गई है और 18,000 टन के AC लगाए गए हैं। कच्ची जमीन पर पहले कार्पेट और फिर विनाइल शीट्स बिछाई गई हैं।
मरीज
केंद्र में भर्ती किए जाएंगे हल्के और बिना लक्षणों वाले मरीज
SPCCCH में मुख्यतौर पर कोरोना वायरस के हल्के और बिना लक्षणों वाले मरीजों का इलाज किया जाएगा। जिन मरीजों के घर पर आइसोलेशन की सुविधा नहीं होगी, उन्हें आइसोलेट करने के लिए भी इस केंद्र का उपयोग किया जाएगा। ़
केंद्र में दिल्ली के किसी भी मरीज को भर्ती किया जा सकेगा और यहां 10 प्रतिशत बेडों पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी ताकि किसी मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने पर उसका इलाज किया जा सके।
सुविधाएं
मरीजों को मिलेंगी ये सुविधाएं
हर मरीज को बेड के साथ-साथ एक स्टूल, एक प्लास्टिक की अलमारी, एक डस्टबिन, अन्य बर्तन और टॉयलेट्री किट दी जाएगी। हर बेड के साथ लैपटॉप और फोन चार्जिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। वीडियो चलाते वक्त मरीजों को हैडफोन का इस्तेमाल करना होगा।
मरीजों के उपयोग के लिए लाइब्रेरी, बोर्ड गेम और रस्सी कूद जैसी सुविधाओं वाला मनोरंजन केंद्र भी उपलब्ध होगा। उन्हें खाना बेड पर ही प्रदान किया जाएगा।
परिजनों को अंदर आने की इजाजत नहीं होगी।
संचालन
ITBP के जिम्मे केंद्र का संचालन
केंद्र के संचालन का जिम्मा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) को दिया गया है। उसके 2,000 से अधिक जवान ये जिम्मेदारी संभालेंगे जिनमें डॉक्टर्स और सहायक स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैं। राधा स्वामी सत्संग संगठन के स्वयंसेवक भी केंद्र के संचालन में मदद करेंगे।
अभी केंद्र के 2,000 बेड मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे और ITBP के 170 विशेषज्ञ और डॉक्टर्स इन मरीजों का इलाज करेंगे। 700 अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी इसमें मदद करेंगे।
जानकारी
मरीजों को भर्ती करने और छुट्टी देने के लिए होगा ऐप का उपयोग
मरीजों को केंद्र में भर्ती करने और छुट्टी देने के लिए एक ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) इस ऐप का निर्माण कर रहा है और केंद्र पर 400 कंम्प्युटर के साथ एक टीम इसके जरिए काम करेगी।