NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / क्यों महत्वपूर्ण है अंबाला एयरबेस, जहां तैनात हुए राफेल लड़ाकू विमान?
    अगली खबर
    क्यों महत्वपूर्ण है अंबाला एयरबेस, जहां तैनात हुए राफेल लड़ाकू विमान?

    क्यों महत्वपूर्ण है अंबाला एयरबेस, जहां तैनात हुए राफेल लड़ाकू विमान?

    लेखन प्रमोद कुमार
    Jul 29, 2020
    05:05 pm

    क्या है खबर?

    लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंच गए हैं।

    सोमवार को फ्रांस से उड़ने वाले पांच विमान बुधवार को हरियाणा स्थित अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे।

    अब ये औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना की 'गोल्डन एरो' स्क्वॉड्रन में शामिल हो जाएंगे। खुद वायुसेना प्रमुख इनकी अगवानी के लिए अंबाला पहुंचे थे।

    इसी बीच कई लोगों के मन में अंबाला एयरफोर्स स्टेशन को लेकर कई सवाल हैं। आइये, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानते हैं।

    इतिहास

    अंबाला में 1843 में बनाई गई थी छावनी

    अंबाला हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के पास स्थित एक प्रमुख शहर हैं।

    यहां मौजूद सैन्य छावनी के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना अंग्रेजों ने साल 1843 में की थी।

    इससे पहले यह मौजूदा हरियाणा के ही दूसरे शहर करनाल में मौजूद थी। वहां मलेरिया फैलने के लिए कारण छावनी को अंबाला में शिफ्ट किया गया।

    1919 में अंबाला (तब उमबाला) में रॉयल एयर फोर्स (RAF) की 99 स्क्वॉड्रन का बेस बनाया गया।

    इतिहास

    1938 में अंबाला को बनाया गया परमानेंट एयरबेस

    शुरुआत में यहां से D हैविलैंड 9A और ब्रिस्टल F2B जैसे विमान उड़ान भरते थे। धीरे-धीरे भारत में हवाई परिचालन बढ़ता गया। इसे देखते हुए अंग्रेजों ने और अधिकारियों को अंबाला भेजना शुरू कर दिया।

    जून, 1938 में में इसे परमानेंट एयबेस बना दिया गया। यहां पर एक ट्रेनिंग स्कूल भी था।

    अगले ही साल तत्कालीन फ्लाइट लेफ्टिनेंट और बाद में एयर मार्शल बने सुब्रतो मुखर्जी अंबाला में स्क्वॉड्रन लीडर बने। इस पद पर पहुंचने वाले वो पहले भारतीय थे।

    इतिहास

    एयर मार्शल अर्जन सिंह भी रह चुके हैं अंबाला में तैनात

    1947 में अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद तत्कालीन ग्रुप कैप्टन और बाद में वायुसेना के मार्शल बने अर्जन सिंह ने अंबाला एयरबेस की कमांड संभाली।

    उन्होंने आजादी के बाद स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया था।

    बाद में सरकार ने अंबाला एयरबेस को एरियल फोटोग्राफिक सर्वे का केंद्र भी बनाया।

    आजतक के मुताबिक, अनेक अभियानों के लिए यहां वैम्पायर्स, टोफोरिस, मिसटियर्स और हंटर्स आदि विमानों का भी संचालन किया गया।

    अंबाला

    पाकिस्तान ने किया था हमला

    1965 के युद्ध में पाकिस्तान ने अंबाला एयरबेस पर हमला किया था। पाकिस्तानी पायलट एयरबेस को तबाह करना चाहते थे, लेकिन उनका निशाना चूक गया और बम हैंगर और रनवे की जगह पास के चर्च पर गिरा।

    इसी तरह 1971 में भी पाकिस्तान ने फिर ऐसी कोशिश की, लेकिन वो नाकामयाब रहा।

    इस युद्ध में अंबाला एयरबेस पर तैनात फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों ने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के दो विमान मार गिराए थे।

    जानकारी

    करगिल युद्ध और बालाकोट एयरस्ट्राइक में भी रही अंबाला एयरबेस की भूमिका

    करगिल युद्ध के समय ऑपरेशन सफेद सागर के दौरान अंबाला एयरबेस से 234 उड़ानें भरी गई थी। इसके अलावा पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक के लिए भी यहां से विमान उड़े थे।

    इतिहास

    अंबाला में वायुसेना में शामिल हुए हैं कई विमान

    एयर वाइस मार्शल (रिटायर्ड) सुनील नानोदकर ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर जगुआर स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के तौर पर लंबा समय बिताया था।

    वो कहते हैं कि अंबाला में कई विमान अंबाला में लैंड होकर वायुसेना में शामिल हुए हैं।

    उन्होंने कहा, "फ्रांस से आए मिसटियर्स विमान, जगुआर विमानों की पहली दो स्क्वॉड्रन और मिग-21 बाइसन की पहली स्क्वॉड्रन और अब राफेल, ये सब अंबाला में ही वायुसेना में शामिल किए गए हैं।"

    महत्व

    राफेल के लिए अंबाला एयरबेस क्यों चुना गया?

    अंबाला भौगोलिक और रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यह उत्तर पश्चिम में नियंत्रण रेखा और उत्तर पूर्व में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगभग समान दूरी पर है।

    यहां पर पहले से ही जगुआर विमानों की दो स्क्वॉड्रन तैनात हैं।

    यहां से विमान उड़कर कम समय में चीन और पाकिस्तान की सीमा पर पहुंच सकते हैं, लेकिन यह सीमा से इतनी दूर है कि दुश्मन की निगरानी की पहुंच से बाहर है।

    ट्विटर पोस्ट

    अंबाला में लैंड होते हुए राफेल विमान का वीडियो

    The Touchdown of Rafale at Ambala. pic.twitter.com/e3OFQa1bZY

    — Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020

    जानकारी

    ये कारण भी रहे अहम

    इसके अलावा सीमा से दूरी, बेस इंफ्रास्ट्रक्चर, तकनीकी सुविधा, विमान उड़ाने के लिए खाली एयरस्पेस और ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त संसाधन जैसे दूसरे कई महत्वपूर्ण कारणों से राफेल को यहां तैनात किया गया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार
    हरियाणा
    फ्रांस

    ताज़ा खबरें

    IPL: किसी एक सीजन में 30 या उससे अधिक छक्के देने वाले गेंदबाज इंडियन प्रीमियर लीग
    भाजपा का कर्नल सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह को प्रचार अभियान में शामिल करने से इनकार भाजपा समाचार
    बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने जमात-ए-इस्लामी का पंजीकरण बहाल किया, चुनाव लड़ने का रास्ता साफ बांग्लादेश
    महिंद्रा की SUV बिक्री में 21 फीसदी की बढ़ोतरी, जानिए कितनी बिकीं  महिंद्रा एंड महिंद्रा

    भारत की खबरें

    रक्षाबंधन: इस राखी अपनी बहन को दें खास गिफ्ट, इन स्टाइलिश स्कूटर्स पर करें विचार होंडा
    तेलंगाना: गलवान घाटी में चीन से झड़प में शहीद हुए कर्नल की पत्नी बनीं डिप्टी कलक्टर चीन समाचार
    कोरोना वायरस: भारत में कौन-कौन से टेस्ट किए जाते हैं और इनकी सटीकता कितनी है? पुणे
    कोरोना वायरस: भारत में बीते दिन लगभग 50,000 नए मामले, कुल मौतों की संख्या 30,000 पार कोरोना वायरस

    पाकिस्तान समाचार

    जम्मू-कश्मीर: नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहा आतंकी ढेर, मुठभेड़ जारी कश्मीर
    गूगल की पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण प्ले स्टोर से हटाई गई मित्रों ऐप गूगल
    पाकिस्तान में भारतीय राजनयिकों के कामकाज में दखल दे रही ISI, भारत ने दर्ज कराया विरोध भारत की खबरें
    संगाकारा ने बताई पाकिस्तान में आतंकी हमले की पूरी कहानी, कहा- ड्राइवर ने बचाई थी जान क्रिकेट समाचार

    हरियाणा

    हरियाणा: अस्पताल में भर्ती था कुकर्म का कोरोना संक्रमित आरोपी, PPE किट पहनकर भागा जींद
    #Exclusive: कोरोना वायरस संकट के कारण कितना बदला है हरियाणा रोडवेज में सफर? हरियाणा रोडवेज
    हरियाणा: तेजी से फैल रहा कोरोना का प्रकोप, संक्रमितों के मामले में टॉप-10 राज्यों में शामिल दिल्ली
    हरियाणा: जुलाई में होंगी कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा, अगस्त में आएगा रिजल्ट महाराष्ट्र

    फ्रांस

    राजनाथ सिंह की मौजूदगी में भारत को 19 सितंबर को पहला राफेल विमान सौंपेगा फ्रांस भारत की खबरें
    आख़िर क्यों 13 नंबर को पूरी दुनिया में माना जाता है अशुभ? जानिए इसकी वजह भारत की खबरें
    विदेशों में बसने के मामले में पहले नंबर पर भारतीय, प्रवासियों का सबसे बड़ा समुदाय भारत की खबरें
    मजबूत होती ट्रम्प और मोदी की दोस्ती, एक हफ्ते के अंदर दो बार होगी मुलाकात भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025