गूगल की पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण प्ले स्टोर से हटाई गई मित्रों ऐप
क्या है खबर?
टिक-टॉक ऐप का भारतीय विकल्प बताई जा रही मित्रों (Mitron) ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।
इससे पहले इसे 50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका था।
बताया जा रहा है कि गूगल ने 'स्पैम और मिनिमम फंक्शनलिटी' पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण इसे प्ले स्टोर से हटाया है।
दरअसल, कुछ समय पहले रिपोर्ट्स आई थी कि मित्रों एक पाकिस्तानी डेवलपर द्वारा बनाई गई दूसरी ऐप का रिब्रांडेड वर्जन है।
मित्रों
कई दिनों से गलत कारणों से चर्चा में थी मित्रों
बीते कुछ समय से इस ऐप की सुरक्षा और कोडिंग को लेकर कई तरह की खबरें आई थीं।
इसके मालिक और IIT छात्र शिवांक अग्रवाल ने इसका सोर्स पाकिस्तान की क्यूबॉक्सस (Qboxus) कंपनी से खरीदा था और इसे रिब्रांड कर भारत में लॉन्च कर दिया था।
लॉन्चिंग से पहले उन्होंने न तो इसकी कोडिंग में कोई बदलाव किये और न ही प्राइवेसी पॉलिसी बदली। इस वजह से यह ऐप पिछले कुछ दिनों गलत कारणों को लेकर चर्चा में रही।
जानकारी
ऐसी ऐप्स को पॉलिसी के खिलाफ मानती है गूगल
गूगल के नियमों के मुताबिक, ऐसी कोई भी ऐप उसकी पॉलिसी का उल्लंघन करती है जो दूसरी जगहों से कंटेट कॉपी कर इसमें बिना कोई बदलाव और सूचना जोड़े यूजर्स तक पहुंचाती है।
मित्रों
2,500 रुपये में खरीदा गया था मित्रों का सोर्स कोड
जब मित्रों की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि इसका पूरा सोर्स कोड पाकिस्तानी कंपनी क्यूबॉक्सस से खरीदा गया है।
इसके लिए इसके मालिक शिवांक ने लगभग 2,500 रुपये का भुगतान किया था।
क्यूबॉक्सस के प्रमुख इरफान शेख ने न्यूज18 को बताया था, "डेवलपर ने इस ऐप के साथ कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने इसका पैसा दिया और इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इसे भारतीय बताना गलत है क्योंकि इसमें कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।"
मित्रों
ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी नहीं थी अपडेटेट
शेख ने कहा कि वो TicTic नाम से यह ऐप चला रहे थे और अग्रवाल ने उनसे सोर्स कोड खरीदने और इसे भारत में मित्रों नाम से लॉन्च करने के लिए संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि इसकी प्राइवेसी पॉलिसी भी नहीं बदली गई थी।
शुरुआत में इसकी प्राइवेसी पॉलिसी के सेक्शन पर टैप करने पर खाली पेज सामने आता था। जानकारों ने चेतावनी दी थी कि हैकर इस ऐप के जरिये यूजर्स के अकाउंट मे सेंध लगा सकते हैं।
जानकारी
गूगल ने मित्रों को दी थी जानकारी
यह जानकारी सामने आने के बाद गूगल ने ऐप को चेतावनी देते हुए सस्पेंड कर दिया था। गूगल का कहना है कि यह उसकी स्पैम और मिनिमम फंक्शनलिटी का उल्लंघन करती है।
सलाह
जानकारों की सलाह- यूज न करें मित्रों
अगर आपने मित्रों ऐप डाउनलोड की हुई है तो आप इसे यूज कर सकेंगे।
हालांकि, जानकार दूसरी बात कहते हैं। उनका कहना है कि इस ऐप में कई बग है इसलिए इसे यूज करने से बचा जाना चाहिए।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर सत्यजीत सिंहा ने कहा कि यह ऐप यूज करना खतरे से खाली नहीं है क्योंकि इसमें सिक्योरिटी और प्राइवेसी को लेकर किसी तरह का फायरवॉल नहीं है।