
कर्नाटक: पनीर और चिकन समेत अन्य व्यंजनों में कृत्रिम रंगों के उपयोग पर प्रतिबंध, आदेश जारी
क्या है खबर?
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों में इस्तेमाल किए जा रहे कृत्रिम रंगों के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एक्स पर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक की सरकार ने शाकाहारी, चिकन और मछली कबाब में कृत्रिम रंगों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रतिबंध
10 लाख रुपये का लगेगा जुर्माना
राव ने आगे बताया कि खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य योजक) विनियम, 2011 अधिनियम हानिकारक कृत्रिम रंगों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है।
उन्होंने बताया कि नियम का उल्लंघन करने वाले खाद्य विक्रेताओं को 7 साल की जेल और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने की गंभीर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कृत्रिम रंग शरीर के लिए हानिकारक होते हैं और शरीर पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं।
सख्ती
पहले गोभी मंचूरियन और शुगर कैंडी पर लगी थी रोक
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार को होटलों में परोसे जाने वाले व्यंजनों में कृत्रिम रंग मिले होने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद कबाब के 39 नमूनों की प्रयोगशाला में जांच की गई।
इस दौरान कबाब में सनसेट येलो और कारमोइसिन जैसे 8 प्रकार के हानिकारक कृत्रिम रंग पाए गए थे।
बता दें कि मार्च में कर्नाटक सरकार ने गोभी मंचूरियन और शुगर कैंडी में कृत्रिम रंगों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था।