कर्नाटक: आदिवासियों-दिव्यांगों के लिए 1,800 से अधिक विशेष मतदान केंद्र बनाएगा चुनाव आयोग
कर्नाटक में चुनाव आयोग आदिवासियों, महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों को मतदान केंद्र तक लाने के लिए 1,800 से अधिक विशेष मतदान केंद्र बनाने की तैयारी कर रहा है। NDTV के मुताबिक, सिर्फ आदिवासियों के लिए जनजातीय संस्कृति थीम पर आधारित 40 विशेष मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए अनुसूचित जनजाति विभाग के साथ समन्वय किया है। ये मतदान केंद्र चामराजनगर (9), मैसूर (9), दक्षिण-उत्तर कन्नड़ (5-5), शिवमोग्गा (3), उडुपी (1), हसन (1), कोडागु ( 5) और चिक्कमगलुरु (2) में होंगे।
महिलाओं के मतदान केंद्र पर होंगी सिर्फ महिलाएं
आदिवासियों की तरह महिला मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए चुनाव आयोग पूरे राज्य में 1,120 सखी मतदान केंद्र स्थापित करेगा। इनका प्रबंधन पूरी तरह से महिलाएं करेंगी। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीना ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा में 5-5 सखी मतदान केंद्र होंगे। इसी तरह दिव्यांग व्यक्तियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 1-1 मतदान केंद्र स्थापित किया जाएगा। ऐसे 224 बूथ बनेंगे, जिनका संचालन दिव्यांग कर्मचारी और अधिकारी करेंगे।
युवाओं के लिए मतदान केंद्र में होगी युवा भागीदारी
चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि आदिवासी, महिला और दिव्यांगों की तरह युवाओं के लिए बनाए गए मतदान केंद्र में युवा भागीदारी दिखाई देगी। युवा मतदान केंद्र में तैनात कर्मचारी और अधिकारी युवा होंगे। इसके अलावा सभी विधानसभा में कम से कम एक मतदान केंद्र क्षेत्र की संस्कृति और विशिष्टता को प्रदर्शित करेगी। उन्होंने बताया कि विशेष मतदान केंद्र व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (SVEEP) कार्यक्रम के तहत मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।