न्यायमूर्ति संजीव खन्ना होंगे देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश, 6 महीने का होगा कार्यकाल
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने औपचारिक रूप से उनके नाम की सिफारिश की है। केंद्र को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि CJI चंद्रचूड़ 11 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसे में वरिष्ठता सूची के हिसाब से न्यायमूर्ति खन्ना का नाम आगे बढ़ाया गया है। 64 वर्षीय खन्ना का कार्यकाल 6 महीने का होगा। वे 13 मई, 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।
कौन हैं न्यायमूर्ति संजीव खन्ना?
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 14 मई, 1960 को जन्मे हैं। उनके पिता देवराज खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट और चाचा हंसराज खन्ना सुप्रीम कोर्ट के जज रहे हैं। संजीव खन्ना ने 1983 में पहली बार दिल्ली बार एसोसिएशन में अपना पंजीकरण कराया था और शुरूआत में तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस की। 2004 में दिल्ली के स्थायी वकील नियुक्त हुए। 2005 में दिल्ली हाई कोर्ट के अतिरिक्त और 2006 में स्थायी जज बने। 18 जनवरी, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज बने।
समलैंगिक विवाह मामले से खुद को किया था अलग
समलैंगिक विवाह मामले में अगस्त 2024 में 52 पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन सुनवाई से पहले न्यायमूर्ति खन्ना ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था और इसके पीछे निजी कारण बताया था। न्यायमूर्ति खन्ना ने कई चर्चित केस की सुनवाई की, जिसमें VVPAT का 100 प्रतिशत सत्यापन, चुनावी बॉन्ड, अनुच्छेद 370 निरस्त करना और सुप्रीम कोर्ट को तलाक देने का अधिकार शामिल है। ये सभी ऐसे मामले हैं, जिन पर खूब विवाद हुआ था।
2022 में मुख्य न्यायाधीश बने थे चंद्रचूड़
8 नवंबर, 2022 को पूर्व CJI यूयू ललित का कार्यकाल खत्म हुआ था। तब सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक में चंद्रचूड़ के नाम की अगला CJI बनाने का आदेश जारी करने की सिफारिश की गई थी। चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को CJI के रूप में शपथ ली थी और उनका कार्यालय 2 साल का था। बता दें, CJI चंद्रचूड़ एक जाने-माने कानूनी परिवार से संबंध रखते हैं और उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ देश के 16वें मुख्य न्यायाधीश रहे थे।