NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को पूर्ण लाइसेंस मिलने में लग सकता है सालभर का समय- रिपोर्ट
    अगली खबर
    भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को पूर्ण लाइसेंस मिलने में लग सकता है सालभर का समय- रिपोर्ट
    कोवैक्सिन को पूर्ण लाइसेंस मिलने में लग सकता है समय

    भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को पूर्ण लाइसेंस मिलने में लग सकता है सालभर का समय- रिपोर्ट

    लेखन प्रमोद कुमार
    Jun 24, 2021
    11:50 am

    क्या है खबर?

    हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी भारत बायोटेक को कोरोना वायरस वैक्सीन कोवैक्सिन के लिए पूर्ण मंजूरी पाने में एक साल का वक्त लग सकता है।

    एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि अभी तक इस वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है। कंपनी को फॉलो-अप स्टडी करने की जरूरत है। जब तक ऐसा नहीं किया जाता, तब तक वैक्सीन की पूर्ण मंजूरी का लाइसेंस नहीं दिया जा सकता।

    आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

    कोवैक्सिन

    कंपनी ने जमा किया है प्रभावकारिता का डाटा

    इकॉनोमिक टाइम्स से बात करते हुए सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारत बायोटेक को अभी यह बताना बाकी है कि उसकी वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ कितनी सुरक्षा देती है। इसके लिए तय समय उनके प्रोटोकॉल में लिखा गया है। ऐसा नहीं होने तक कंपनी को भारतीय दवा नियामक से वैक्सीन के लिए पूर्ण मंजूरी का लाइसेंस नहीं मिलेगा।

    बता दें कि अभी तक कंपनी ने तीसरे चरण का प्रभावकारिता से जुड़ा डाटा जमा किया है।

    जानकारी

    पूर्ण लाइसेंस मिलने में लग सकता है एक साल का वक्त

    कोवैक्सिन को तीसरे चरण के ट्रायल में 77.8 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।

    अब कंपनी को फॉलो-अप स्टडी कर प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रतिरक्षाजनकता (इम्युनोजेनसिटी) का डाटा देना होगा। इस ट्रायल में अंतिम वॉलेंटियर के शामिल होने के लगभग एक साल बाद पूर्ण मंजूरी का लाइसेंस मिलता है।

    कंपनी ने तीसरे चरण में प्रभावकारिता से जुड़ा डाटा दवा नियामक के पास जमा करवा दिया है, लेकिन अभी उसे पूर्ण लाइसेंस मिलना बाकी है।

    जानकारी

    गर्भवती महिलाओं पर इस्तेमाल की भी नहीं मिली मंजूरी

    दवा नियामक ने आपात इस्तेमाल की मंजूरी के तहत कोवैक्सिन का उपयोग जारी रखने को कहा है। साथ ही कंपनी को गर्भवती महिलाओं पर यह वैक्सीन इस्तेमाल करने की मंजूरी अभी तक नहीं मिली है।

    जानकारी

    क्या होते हैं पूर्ण लाइसेंस के फायदे?

    पूर्ण लाइसेंस मिलना कंपनी के लिए कई मायनों में फायदेमंद होता है। अगर किसी वैक्सीन को पूर्ण लाइसेंस मिल जाता है तो वह महामारी के खत्म होने के बाद भी बाजार में रह सकती है।

    इसके अलावा पूर्ण लाइसेंस मिलने पर कंपनियों को अपनी वैक्सीन का प्रचार करने की अनुमति मिल जाती है।

    साथ ही साथ लोगों का इससे वैक्सीन पर भरोसा भी बढ़ता है और इससे वैक्सीन को लेकर होने वाली हिचकिचाहट कम करने में भी मदद मिलती है।

    कोवैक्सिन

    तीसरे चरण में 25,800 लोगों पर हुआ था ट्रायल

    भारत बायोटेक ने तीसरे चरण में 25,800 लोगों पर कोवैक्सिन का ट्रायल किया था। इसमें यह वैक्सीन 77.8 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है।

    अभी तक इस डाटा को किसी भी प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित नहीं किया गया है और कंपनी का कहना है कि तीन महीने के अंदर इस डाटा को किसी पत्रिका में प्रकाशित कर दिया जाएगा।

    इससे पहले मार्च में आए अंतरिम डाटा में कोवैक्सिन को दूसरी खुराक के बाद 81 प्रतिशत प्रभावी पाया गया था।

    कोवैक्सिन

    कंपनी ने ICMR के साथ मिलकर बनाई है वैक्सीन

    बता दें कि भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर कोवैक्सिन को विकसित किया है और यह पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है।

    इसे कोरोना वायरस को ही निष्क्रिय करके विकसित किया गया है। इसके लिए ICMR ने भारत बायोटेक को जिंदा वायरस प्रदान किया था, जिसे निष्क्रिय करके कंपनी ने वैक्सीन विकसित की।

    भारत के अलावा ब्राजील जैसे कुछ देशों ने भी इसकी खुराकें मांगी हैं।

    कोवैक्सिन

    सितंबर तक WHO से मंजूरी मिलने की उम्मीद

    कोवैक्सिन की जनवरी में क्लीनिकल ट्रायल मोड में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली थी और शुरूआत में इसका बेहद कम उपयोग हुआ था।

    पिछले महीने ही दवा नियामक ने इसे क्लीनिकल ट्रायल मोड से हटाने की मंजूरी दी थी और अब इसका बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है।

    भारत इस वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी दिलाने के प्रयासों में लगा हुआ है। सितंबर तक कोवैक्सिन को संगठन की हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    वैक्सीन समाचार
    कोरोना वायरस
    कोवैक्सिन
    कोरोना वायरस वैक्सीन

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    वैक्सीन समाचार

    'कोवैक्सिन' की तुलना में 'कोविशील्ड' से अधिक बन रही एंटीबॉडी, नए अध्ययन में हुआ खुलासा कोरोना वायरस
    राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन देगी केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री मोदी ने किया ऐलान नरेंद्र मोदी
    गरीब देशों को अभी वैक्सीन आपूर्ति की जरूरत, यूनिसेफ ने G7 देशों को लिखा पत्र UNICEF
    वैक्सीनेशन अभियान पर केंद्र की नई गाइडलाइंस, राज्यों को आबादी और संक्रमण के आधार मिलेगी वैक्सीन केंद्र सरकार

    कोरोना वायरस

    वैक्सीनेशन अभियान: मई-जून में ग्रामीण इलाकों में लगाई गईं 53 प्रतिशत खुराकें- सरकार केंद्र सरकार
    भारत में 6-8 सप्ताह में आ सकती है कोरोना महामारी की तीसरी लहर- AIIMS निदेशक दिल्ली
    सोशल डिस्टेंसिंग के पालन और मास्क पहनने से कमजोर हुई बच्चों की इम्युनिटी- रिपोर्ट इंग्लैंड
    केंद्र की राज्यों को नसीहत, कहा- कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराएं और लापरवाही से बचें गृह मंत्रालय

    कोवैक्सिन

    कल से वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण, रोजाना 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य वैक्सीन समाचार
    भारत बायोटेक को मिली 'कोवैक्सिन' की तीसरी खुराक का ट्रायल करने की अनुमति कोरोना वायरस वैक्सीन
    प्रधानमंत्री मोदी ने लगवाई वैक्सीन की दूसरी खुराक, योग्य लोगों से की वैक्सीनेशन की अपील अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
    सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर कोविशील्ड और कोवैक्सिन के साइड इफेक्ट्स की समीक्षा करेगी सरकारी समिति भारत की खबरें

    कोरोना वायरस वैक्सीन

    प्रधानमंत्री मोदी और कमला हैरिस ने की फोन पर बातचीत, भारत को कोरोना वैक्सीन भेजेगा अमेरिका नरेंद्र मोदी
    कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद कितने समय नहीं रहता दोबारा संक्रमण का खतरा? कोरोना वायरस
    भारत में बच्चों के लिए भी कोरोना वायरस वैक्सीन ला सकती है फाइजर- AIIMS निदेशक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
    पंजाब: विवाद बढ़ने पर सरकार ने वापस लिया निजी अस्पतालों को वैक्सीन देने का आदेश वैक्सीन समाचार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025