तीसरे चरण के ट्रायल में 77.8 प्रतिशत प्रभावी पाई गई कोवैक्सिन
भारत बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' को तीसरे चरण के ट्रायल में 77.8 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। कंपनी ने ये डाटा ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की विशेषज्ञ समूह को सौंपा है जिसने आज दोपहर इसे मंजूरी दे दी। अभी तक इस डाटा को किसी भी प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित नहीं किया गया है और कंपनी का कहना है कि तीन महीने के अंदर इस डाटा को किसी पत्रिका में प्रकाशित कर दिया जाएगा।
अंतरिम नतीजों में 81 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी वैक्सीन
इससे पहले मार्च में कोवैक्सिन का तीसरे चरण का अंतरिम डाटा आया था जिसमें वैक्सीन को दूसरी खुराक के बाद 81 प्रतिशत प्रभावी पाया गया था। इसके अलावा वैक्सीन संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खतरे को 100 प्रतिशत कम करने में कामयाब रही थी। अभी 2 साल से 18 साल तक के बच्चों और किशोरों पर इस वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है और जल्द ही इसके आंकड़े भी सामने आ जाएंगे।
कोवैक्सिन को जनवरी में मिली थी आपातकालीन उपयोग की मंजूरी
कोवैक्सिन की जनवरी में क्लीनिकल ट्रायल मोड में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली थी और शुरूआत में इसका बेहद कम उपयोग हुआ था। पिछले महीने ही DCGI ने इसे क्लीनिकल ट्रायल मोड से हटाने की मंजूरी दी थी और अब इसका बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है। अभी देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों पर इस वैक्सीन का उपयोग हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यही वैक्सीन लगवाई है।
कंपनी को सितंबर तक WHO से मंजूरी मिलने की उम्मीद
भारत बायोटेक की बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ बैठक भी है जिसमें आपातकालीन मंजूरी के लिए जरूरी डाटा और दस्तावेजों पर चर्चा की जाएगी। कंपनी 90 प्रतिशत डाटा जमा कर चुकी है और उसे सितंबर तक WHO से मंजूरी मिलनी उम्मीद है।
कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने बनाई गई है कोवैक्सिन
बता दें कि भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर कोवैक्सिन को विकसित किया है और यह पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है। इसे कोरोना वायरस को ही निष्क्रिय करके विकसित किया गया है। इसके लिए ICMR ने भारत बायोटेक को जिंदा वायरस प्रदान किया था, जिसे निष्क्रिय करके कंपनी ने वैक्सीन विकसित की। भारत के अलावा ब्राजील जैसे कुछ देशों ने भी इसकी खुराकें मांगी हैं।
भारत में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
देशभर में अब तक कोरोना वैक्सीन की 28,87,66,201 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 23,66,81,488 लोगों को कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 5,20,84,713 लोगों को दोनों खुराकें लग गई हैं। अभी वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने लगी है और बीते दिन 86,16,373 खुराकें लगाई गईं। कल 21 जून से वैक्सीनेशन का नया चरण भी शुरू हुआ है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड दूसरी ऐसी वैक्सीन है जिसका इस्तेमाल किया जा रहा है।