
क्या चीन का पाकिस्तान को PL-15 मिसाइलें देना भारत के लिए चिंता की बात है?
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तों की खाई और गहरी हो गई।
भारत ने सिंधु जल संधि खत्म करने के साथ पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत को निर्णायक कार्रवाई की धमकी दी है।
अब चीन ने पाकिस्तान को PL-15 मिसाइलों की खेप भेजी है। आइए जानते हैं क्या यह भारत के लिए चिंता की बात है।
धमकी
पाकिस्तान ने भारत की क्या दी है धमकी?
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि भारत द्वारा किया गया कोई भी हमला दोनों परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच पूर्ण युद्ध को जन्म दे सकता है।
इसके बाद बिलावल भुट्टो जरदारी ने दावा किया कि अगर सिंधु नदी के पानी का प्रवाह रोका गया तो नदी में पानी की जगह भारतीय खून बहेगा।
इसी तरह पाकिस्तान के मंत्री हनीफ अब्बासी ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल के लिए 130 परमाणु हथियारों की धमकी दी है।
खुलासा
कैसे हुआ चीन के पाकिस्तान को PL-15 मिसाइलें भेजने का खुलासा?
हाल ही में पाकिस्तान वायु सेना (PAF) ने चीन की PL-15 बियॉन्ड विजुअल रेंज (BVR) हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस JF-17 ब्लॉक III लड़ाकू विमानों की तस्वीरें जारी की हैं।
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, PAF को मिली मिसाइलें सीधे चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) से भेजी गई थीं। उन्हें PL-15E नामक निर्यात मॉडल से नहीं खरीदा गया है। यह चीन की भारत के साथ दोगली नीति का सबूत है।
जानकारी
चीन ने JF-17 लड़ाकू विमानों के लिए भेजी है मिसाइलें
स्ट्रैटकॉम ब्यूरो द्वारा प्रकाशित एक पोस्ट के अनुसार, चीन ने पाकिस्तान को उसके JF-17 लड़ाकू विमानों के लिए PL-15E मिसाइलों की तत्काल डिलीवरी की है। इसके लिए पाकिस्तान ने चीन को सोने जैसा खरा दोस्त करार देते हुए उसकी प्रशंसा की है।
विकसित
PL-15 मिसाइल को किसने विकसित किया?
सरकारी एयरोस्पेस कंपनी एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चाइना (AVIC) द्वारा विकसित PL-15 सक्रिय रडार-निर्देशित, लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें हैं।
इस मिसाइल का विकास संभवतः 2011 में शुरू हुआ था और इसका पहला परीक्षण साल 2012 में किया गया था।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि PL-15 को संभवतः साल 2018 में PLAAF सेवा में शामिल किया गया था। यह मिसाइल दोहरे स्पंदित ठोस प्रणोदक रॉकेट का उपयोग करती है।
खासियत
क्या है PL-15 मिसाइलों की खासियत?
PL-15 मिसाइलों में सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्कैन की गई रचना (AESA) रडार प्रणाली है। AESA रडार को दो-तरफा डेटालिंक के साथ जोड़ा गया है, जो सटीक लक्ष्यीकरण और मध्य-मार्ग सुधारों को सक्षम बनाता है।
ऐसे में युद्ध के दौरान यह एक अत्यधिक बहुमुखी हथियार बन जाता है।
ये मिसाइलें 200-300 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। यह ध्वनि की गति से 5 गुना अधिक तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ती है।
तुलना
क्या अमेरिकी और यूरोपीय मिसाइलों से घातक है PL-15?
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, PL-15 मिसाइल अमेरिका की AIM-120D AMRAAM और यूरोपीय MBDA METEOR जैसे पश्चिमी मिसाइलों से ज्यादा घातक है।
रेंज के मामले में METEOR भी PL-15 के निर्यात मॉडल के बराबर है। हालांकि, मानक PL-15 की रेंज METEOR से अधिक है।
इस मिसाइल के विकसित होने के बाद चीन ने इसे दूसरे देशों को बेचना शुरू कर दिया था। पाकिस्तान JF-17 बैच III के लिए PL-15E का पहला निर्यात ग्राहक बना है।
खतरा
क्या भारत के लिए खतरा बन सकती है PL-15 मिसाइल?
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव बढ़ने की स्थिति में चीन द्वारा PL-15 मिसाइल की डिलीवरी करने से पाकिस्तान को बड़ा फायदा हुआ है।
इस मिसाइल की लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता भारत के लिए एक बड़ा खतरा मानी जा सकती है।
इसका कारण है कि पाकिस्तान से भारत की दूरी ज्यादा अधिक नहीं है और ऐसे में ये मिसाइलें भारत में बड़ी तबाही मचा सकती है।
सख्ती
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाए हैं कई सख्त कदम
आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं।
इसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी वीजा रद्द करना, पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित करना और पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या कम करना शामिल है।
सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया है।