भारत-चीन विवाद: भारतीय सेना ने लद्दाख में तैनात की कंधे से मिसाइल दागने वाली टुकड़ी
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच चल रहा सीमा विवाद लगातार बढ़ता नजर आ रहा है। चीन की ओर से LAC के करीब हेलीकॉप्टरों के जरिए नजर रखी जा रही है और वह लगातार वहां सैनिकों की तैनाती कर रहा है। इसके जवाब में अब भारत ने भी महत्वपूर्ण ऊंचाई वाली जगह पर कंधे पर रखकर हवा में मार करने वाली एयर डिफेंस मिसाइलों से लैस जवानों की टुकड़ी को तैनात कर दिया है।
गलवान घाटी की हिंसा के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ा तनाव
गत 15 जून को गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। उसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने LAC पर अपने सैनिकों, लड़ाकू विमानों एवं भारी हथियारों का जमावड़ा किया है। इसको देखते हुए भारत ने अपनी जवाबी तैयारी की है। LAC पर चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत ने भी तैनाती बढ़ाई है।
रूसी मूल के इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम से लैस हैं भारतीय सैनिक
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार रूस द्वारा निर्मित एग्ला एयर डिफेंस सिस्टम से लैस सेना की टुकड़ी को LAC के करीब ऊंची चोटियों पर तैनात किया गया है। यह टुकड़ी भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन करने की कोशिश करने वाले लड़ाकू विमानों को मुंहतोड़ जवाब देगी। रूस द्वारा निर्मित इस एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल सेना और वायु सेना द्वारा दुश्मन के हेलिकॉप्टर एवं लड़ाकू विमानों को जब सैन्य ठिकानों के करीब आने से रोकने के लिए किया जाता है।
रडार और हवाई मिसाइल सिस्टम भी किया तैनात
TOI के अनुसार भारत ने दुश्मन के हवाई आवागमन पर नजर रखने के लिए रडार और सतह से लेकर हवाई मिसाइल सिस्टम तक की तैनाती की गई है। इसके अलावा दुश्मन देश की गतिविधियों पर भी निगरानी को बढ़ा दिया गया है। भारतीय सेना के जवानों ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी और पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर चीन के चॉपरों को भारतीय क्षेत्र में आने की कोशिश करते हुए कई बार देखा हैं। इसको लेकर सेना चौकस हो गई है।
भारत ने मई के पहले सप्ताह में की थी सुखोई विमानों की तैनाती
बता दें कि भारतीय वायु सेना (IAF) ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीनी हेलीकाप्टरों द्वारा संभावित हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को विफल करने के लिए मई के पहले सप्ताह के आसपास अपने सुखोई-30MKI को तैनात किया था। भारत झिंजियांग और तिब्बत क्षेत्र में PLAAF के होटन, गर गुनसा, काश्गर, होपिंग, डोंकाका डोंगॉन्ग, लिंझी और पंगत हवाई अड्डों पर कड़ी नजर रख रहा है। ये सभी हाल के दिनों में अत्यधिक सक्रिय रहे हैं।
LAC के समीप वायु सेना ठिकानों को चीन ने किया अपग्रेड
चीनी सेना ने हाल ही दिनों में तिब्बत और LAC के करीब स्थित अपने वायु सेना के ठिकानों को अपग्रेड किया है। जिसमें रहने वाली जगह का निर्माण, रनवे की लंबाई का विस्तार और अधिक संचालन करने के लिए अतिरिक्त जनशक्ति की तैनाती शामिल है। पूर्वोत्तर राज्यों के विपरीत लिंज एयरबेस मुख्य रूप से एक हेलीकॉप्टर बेस है और चीन ने उन क्षेत्रों में अपनी निगरानी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वहां हेलीपैड का एक नेटवर्क भी बनाया है।