चीन का दावा- LAC पर ज्यादातर जगहों पर पूरी तरह से पीछे हटाए सैनिक
क्या है खबर?
चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर ज्यादातर जगहों पर अपनी सेना पूरी तरह से पीछे हटाने का दावा किया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जमीन पर माहौल ठंडा हो रहा है और दोनों देश आपस में बातचीत कर रहे हैं।
अपनी सेना पूरी तरह से पीछे हटाने का चीन का ये दावा जमीनी सच्चाई से परे है और कम से कम दो जगहों पर उसके सैनिक अभी पीछे नहीं हटे हैं।
बयान
चीन ने कहा- तनाव में आ रही कमी
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेंग वेनबिन ने बीजिंग में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर कहा, "जमीन पर माहौल लगातार ठंडा हो रहा है और तनाव में कमी आ रही है... सीमा पर अग्रिम मोर्चे पर तैनात दोनों देशों के सैनिक पहले ही ज्यादातर जगहों पर पूरी तरह से पीछे हट चुके हैं।"
वेंग ने कहा कि दोनों देशों सैन्य कमांडरों के बीच पांचवें दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
पृष्ठभूमि
इन जगहों पर था तनाव
मई के पहले हफ्ते में आक्रामक रुख अपनाते हुए चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में LAC पर चार जगहों पर आगे आ गए थे। इनमें पेंगोंग झील के पास स्थित फिंगर्स एरिया, गलवान घाटी (PP14), हॉट स्प्रिंग (PP15) और गोगरा (PP17A) शामिल थे।
फिंगर्स एरिया और गलवान में तो चीनी सैनिक भारतीय इलाके में दाखिल हो गए थे। गलवान घाटी में ही 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
जानकारी
मध्य जून में चीन ने देपसांग इलाके में भी की घुसपैठ
गलवान घाटी में हिंसा के बाद चीन ने एक और मोर्चा खोल दिया था और उसके सैनिक देपसांग में भारतीय सीमा के अंदर दाखिल हो गए थे। चीन ने देपसांग के बोटलनेक इलाके में भारी मात्रा में अपने सैनिक तैनात कर दिए थे।
वादाखिलाफी
दो जगहों पर पीछे हटे चीनी सैनिक, तीन जगहों पर अभी भी तनाव
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच बनी सहमति के तहत चीन ने इन पांच में से दो जगहों- गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग- में तो अपने सैनिक पीछे हटा लिए हैं, लेकिन बाकी इलाकों में स्थिति में अधिक बदलाव नहीं आया है।
देपसांग प्लेन्स, गोगरा और पेंगोंग झील के फिंगर्स एरिया में उसके सैनिक अभी भी बने हुए हैं। फिंगर्स एरिया और देपसांग प्लेन्स में तो चीनी सैनिक भारतीय इलाके में बैठे हुए हैं।
नापाक मंसूबे
अक्साई चिन में चीन ने जमा किए 50,000 सैनिक
इसके अलावा चीन ने अक्साई चिन में भी अपने तकरीबन 50,000 सैनिक जमा कर रखे हैं और इसके कारण उसके मंसूबों पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
भारत को आशंका है कि चीन रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण काराकोरम पास पर कब्जा करने की कोशिश कर सकता है और इसी खतरे को देखते हुए उसने काराकोरम के पास दौलत बेग ओल्डी (DBO) में टी-90 मिसाइल टैंक तैनात किए हैं। इसके अलावा सैनिकों की संख्या भी बढ़ाई गई है।