कोरोना संकट में दो अच्छी खबरें; 20 लाख से अधिक ठीक, पॉजीटिविटी रेट में भी गिरावट
देश में कोरोना वायरस संकट के बीच दो अच्छी खबरें हैं। पहली तो यह कि देश में इस महामारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 20 लाख से पार हो गई है। दूसरी यह है कि देश में मई के बाद पहली बार पॉजीटिविटी रेट कम हुई है। पॉजीटिविटी रेट कम होने का मतलब है कि अब जिन लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं, उनमें से पहले की तुलना में कम की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है।
देश में बीते दिन ठीक हुए 60,000 से ज्यादा लोग
पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस के कुल 60,091 मरीज ठीक हुए थे। यह अब तक एक दिन में ठीक हुए मरीजों की सबसे बड़ी संख्या है। इसी के साथ देश में महामारी को मात देकर ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 20 लाख पार कर गई है और अब तक 20,37,870 मरीज ठीक हो चुके हैं। देश की रिकवरी रेट 73.64 प्रतिशत है, जो कई दूसरे देशों से बेहतर है।
पॉजीटिविटी रेट में कितना अंतर?
लगातार तीन महीनों तक बढ़ने के बाद पॉजीटिविटी रेट कम होना शुरू हुई है। 9 अगस्त को यह चरम पर थी, जिसके बाद अब यह घटकर 8.72 प्रतिशत हो गई है। यानी 10,000 सैंपल में से 872 की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है। पॉजीटिविटी रेट में कमी आने का मतलब यह भी हो सकता है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार कम हो रही है। अगर रैंडम टेस्टिंग में भी रूझान रहते हैं तो संक्रमण धीमा हो गया है।
अभी टारगेटेड टेस्टिंग कर रहे कई राज्य
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अधिकतर राज्य अभी टारगेटेड टेस्टिंग यानी केवल उन लोगों के टेस्ट करने पर जोर दे रहे हैं, जिनमें संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं या जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ चुके हैं।
यह भी हो सकती है पॉजीटिविटी रेट में गिरावट की वजह
पॉजीटिविटी रेट में गिरावट का दूसरा कारण यह भी हो सकता है कि जैसा हाल के सीरो सर्वे में देखा गया है कि देश की एक बड़ी आबादी वायरस की चपेट में आ चुकी है और उसे यह महसूस भी नहीं हुआ है। जैसे-जैसे यह आंकड़ा बढ़ता जाएगा और कुछ जगहों पर यह 50 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है, वहां पॉजीटिविटी रेट कम होने की संभावना ज्यादा है। इसकी वजह होगी कि वहां आधे लोग ठीक हो चुके होंगे।
नए मामलों की स्थिरता के कारण भी हो सकती है कमी
इसके अलावा पॉजीटिविटी रेट कम होने को रोजाना मिलने वाले नए मामलों के स्थिर होने से भी जोड़ा जा रहा है। बीते दो सप्ताह से भारत में 60,000 के आसपास मामले सामने आ रहे हैं। पहले कभी भी इतने दिन तक नए मामलों में ऐसी स्थिरता नहीं देखी गई थी। इससे पहले सिर्फ आठ दिनों तक 50,000 मामले सामने आए थे फिर ये बढ़कर 60,000 की रेंज में पहुंच गए। ऐसा ही 30,000 और 40,000 की रेंज में हुआ था।
टेस्ट बढ़ने के बावजूद नए मरीजों की संख्या लगभग स्थिर
देश में पॉजीटिविटी रेट में गिरावट ऐसे समय में आई है, जब रोजाना होने वाले टेस्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते दिन देशभर में आठ लाख से ज्यादा टेस्ट हुए। अगस्त के पहले हफ्ते में जब देश में पहली बार 60,000 से ज्यादा नए मरीज मिले थे, तब रोजाना लगभग 6.5 लाख टेस्ट हो रहे थे। आमतौर पर टेस्ट बढ़ने से मामलों की संख्या भी बढ़ती है, लेकिन भारत में यह पिछले कुछ दिनों से लगभग स्थिर है।
देश और दुनिया में कुल कितने मामले?
भारत समेत पूरी दुनिया में तेजी से मामले लगातार बढ़ रहे है। भारत में बीते दिन 64,531 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 27,67,273 हो गई है, वहीं 52,889 लोगों की मौत हुई है। वहीं अगर पूरी दुनिया की बात करें तो अब तक 2.21 करोड़ से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 7.81 लाख की मौत हुई है। अमेरिका सबसे प्रभावित देश बना हुआ है।