चीन ने स्वीकारा, भारतीय सैनिकों से झड़प में हुई थी उनके कमांडिंग ऑफिसर की मौत- रिपोर्ट
गलवान घाटी में 15 जून की भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव बना हुआ है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई कि उस झड़प में चीनी सेना के कमांडिंग ऑफिसर की भी मौत हुई थी।यह चीन को हुए नुकसान की पहली पुष्टि है। हालांकि, उसने अभी तक मारे गए सैनिकों की संख्या का खुलासा नहीं किया है, जबकि उसके 40 से अधिक सैनिक मारे जाने की सूचना है।
रिपोर्ट के अनुसार चीन ने की कमांडिंग ऑफिसर की मौत की पुष्टि
हिंसक झड़प में सैनिकों के नुकसान को लेकर प्रकाशित द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इस संघर्ष में भारतीय सैनिकों ने दमदार लड़ाई लड़ी थी। पूछताछ से जुड़े सूत्रों ने प्रकाशक को बताया कि झड़प में मारे गए चीनी सैनिकों में एक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल था। चीन ने पिछले हफ्ते गलवान में भारत के साथ हुई सैन्य वार्ता में भी इस बात को स्वीकार किया था।
विदेश मंत्री ने सर्वदलीय बैठक में दी थीं जानकारी
ET रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक में भी सभी नेताओं को झड़प में चीनी कमांडिंग ऑफिसर की मौत की जानकारी दी थीं।
15 जून की झड़प के पीछे क्या कारण था?
ET को सूत्रों ने बताया कि सोमवार (15 जून) की रात करीब 9 बजे दोनों सेनाओं के बीच झड़प में सबसे अधिक सैनिक हताहत हुए थे। इस हिंसक झड़प में शहीद होने वाले कर्नल संतोष बाबू शांति वार्ता के बाद 40 सैनिकों के साथ गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ-साथ विवादित क्षेत्र की निगरानी करने गए थे। उस दौरान उन्होंने भारतीय सीमा में एक चीनी निगरानी को पोस्ट को देखा था।
भारतीय सैनिकों ने पैट्रोल पॉइंट 14 पर भी देखी चीनी निगरानी पोस्ट
कर्नल बाबू की टीम ने पहली निगरानी पोस्ट को हटाने पर जोर दिया था। इसको देखते हुए चीनी सेना पीछे हट गई और भारतीय सैनिकों ने पोस्ट को हटा दिया। इसके बाद भारतीय सेना गश्त करते हुए जब प्वाइंट 14 पर पहुंची तो वहां गलवान घाटी, श्योक संगम और रणनीतिक दौलत बेग ओल्डी सड़क की निगरानी के लिए चीन की एक और निगरानी पोस्ट दिख गई। भारतीय सैनिकों ने भी इसे भी हटाने के लिए कहा था।
भारतीय सैनिकों के विरोध के बार चीनी सैनिकों ने किया हमला
ET की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सैनिकों ने जैसे ही इस पोस्ट को हटाने पर जोर दिया तो अंधेरे में अचानक एकत्रित हुए चीनी सैनिकों ने उन पर हमला बोल दिया। इसमें कथित तौर पर, चीन के कम से कम 40 सैनिक मारे गए। सूत्रों ने NDTV को बताया कि इसमें भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने के साथ 76 जवान घायल भी हुए हैं। उनके कुछ सप्ताह में ड्यूटी पर लौटने की संभावना है।
शांति के लिए जारी है समझौता वार्ता
बता दें कि भारत और चीन के बीच मई के पहले सप्ताह से शुरू हुए विवाद के बाद पूर्वी लद्दाख में LAC पर लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है।दोनों पक्ष शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए तनाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके तहत सोमवार को चीन के आग्रह पर भारत ने चीन के मोल्डो में लेफ्टिनेंट जनरल-स्तरीय वार्ता की है। बता दें कि दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता का यह दूसरा दौर है।