
सीमा विवाद: भारत और चीन के बीच 11वें दौर की बैठक आज
क्या है खबर?
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव घटाने के लिए भारत और चीन के बीच आज कोर कमांडर स्तर की बैठक होगी।
पैंगोंग झील से सेनाओं को पीछे हटाने के बाद आज की बैठक में दोनों देश टकराव वाली दूसरी जगहों पर चर्चा करेंगे।
भारत और चीन के बीच पिछले साल अप्रैल में शुरू हुआ सीमा विवाद पैंगोंग झील से सेनाओं की वापसी के बाद भी जारी है और अभी तक पूरी तरह हल नहीं हो पाया है।
बैठक
दोनों देशों के बीच 11वें दौर की बातचीत
सीमा विवाद को सुलझाने के लिए आज दोनों देशों के बीच यह 11वें दौर की बातचीत है। आखिरी बार फरवरी में दोनों पक्षों के बीच बैठक हुई थी।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि आज की बैठक LAC से भारत की तरफ स्थित चुशूल में होगी।
अभी तक की बैठकों में भारत ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में टकराव वाली सभी जगहों से चीन को अपनी सेनाएं हटानी होंगी।
बातचीत
इन इलाकों से सेनाओं को हटाने पर ध्यान
बताया जा रहा है पैंगोंग झील से सैनिकों को हटाने के बाद अब भारत का पूरा ध्यान गोगरा, हॉट स्प्रिंग, डेमचोक और देपसांग के मैदानी इलाकों में डटी चीन की सेना को पीछे भेजने पर है।
फरवरी में हुई आखिरी बैठक के बाद खबरें आई थीं कि दोनों देश गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेना हटाने के तैयार हैं, लेकिन देपसांग और डेमचोक को लेकर अभी तक दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है।
सीमा विवाद
आज की बैठक अहम क्यों है?
भारत के लिहाज से गर्मियों के आने से पहले पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करना बेहद जरूरी है।
इसकी वजह यह है कि गर्मियां आने के बाद बर्फ पिघलने लगेगी, जिससे आवाजाही आसान होगी और दोनों देशों की सेनाएं फिर आमने-सामने आ सकती है। पिछली बार भी अप्रैल में यही हुआ था।
फिर से वैसी ही स्थिति बनने से बचाने के लिए दोनों देशों के लिए टकराव वाली जगहों से सैनिकों को पीछे हटाना जरूरी हो जाता है।
सीमा विवाद
फरवरी में पूरी हो गई थी पैंगोंग से सैनिक हटाने की प्रक्रिया
इससे पहले फरवरी में पूर्वी लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के दोनों किनारों पर सेनाएं पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई थी।
भारत और चीन दोनों ने तय समझौते के तहत अपनी सेनाओं और टैंकों को पीछे हटा लिया है।
इस समझौते के तहत चीन ने उत्तरी किनारे से अपने सैनिकों को फिंगर आठ तक और भारत ने अपने सैनिकों को फिंगर तीन पर स्थित अपनी धन सिंह थापा पोस्ट तक पीछे हटाया है।
बयान
चीन से खतरा बरकरार- जनरल नरवणे
पिछले महीने भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा था कि पैंगोंग झील से सेनाओं के पीछे हटने के बावजूद चीन की तरफ से खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और कुछ क्षेत्रों में अभी भी तनाव बरकरार है।
उन्होंने कहा था कि जब तक पर्याप्त संख्या में सैनिक पीछे नहीं हट जाते और अलग-अलग स्थानों से आए सैनिक सीमा पर एक तय दायरे में मौजूद हैं, तब तक खतरा बना हुआ है।