मालदीव के बाद श्रीलंका और UAE को भी प्याज की आपूर्ति करेगा भारत
भारत अपने पड़ोसी देशों की लगातार मदद कर रहा है। मालदीव को भारी मात्रा में जरूरी सामान की आपूर्ति करने के बाद भारत अब श्रीलंका को भी प्याज भेजने की तैयारी कर रहा है। इसे भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति के तौर पर देखा जा रहा है। श्रीलंका को कितने प्याज भेजे जाएंगे, इसका सटीक आंकड़ा अभी मौजूद नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि ये हजारों मीट्रिक टन हो सकता है।
UAE को भी भेजा अतिरिक्त 10 मीट्रिक टन प्याज
इससे पहले भारत ने 3 अप्रैल को अपने करीबी सहयोगी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को निश्चित कोटे से अतिरिक्त 10,000 मीट्रिक टन प्याज की आपूर्ति की अनुमति दी थी। इससे पहले मार्च में भी UAE को 14,400 मीट्रिक टन प्याज भेजने की अनुमति दी गई थी। बता दें कि खाड़ी देशों में UAE हमेशा से भारत के लिए प्राथमिकता रहा है। दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बेहद घनिष्ठ संबंध हैं।
भारत ने मालदीव को भी भेजा था जरूरी सामान
भारत ने हाल ही में चालू वित्त वर्ष के दौरान मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं आटा, चीनी और दाल जैसी कुछ वस्तुओं की निर्दिष्ट मात्रा के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था। इसके अलावा भारत रेती और बजरी भी मालदीव भेजेगा। इस फैसले पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने भारत का आभार जताते हुए कहा कि यह दीर्घकालिक द्विपक्षीय मित्रता और व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
भारत ने प्याज के निर्यात पर लगा रखा है प्रतिबंध
प्याज की कीमतों पर नियंत्रण के लिए भारत ने 8 दिसंबर को इसके निर्यात पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया था। हाल ही में इस प्रतिबंध को अगले आदेश तक बढ़ाया गया है। हालांकि, मित्र देशों और दूसरे देशों के अनुरोध पर प्याज का निर्यात किया जाता है। इससे पहले भारत ने बांग्लादेश को 50,000 टन, भूटान को 550 टन, बहरीन को 3,000 टन और मॉरीशस को 1,200 टन प्याज निर्यात किया था।
भारत ने रिश्तों में खटास के बावजूद मालदीव भेजा जरूरी सामान
मालदीव में मोहम्मद मुइज्जु की सरकार बनने के बाद भारत के साथ रिश्तों में खटास आई है। मुइज्जु को चीन का समर्थक माना जाता है और वे कई बार सार्वजनिक तौर पर भारत विरोध बयान दे चुके हैं। उन्होंने मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों को देश छोड़ने को भी कहा था। उनकी सरकार बनने के बाद मालदीव के चीन से नजदीकी बढ़ी है। हालांकि, इसके बावजूद भारत ने मालदीव को जरूरी सामान की आपूर्ति की मंजूरी दी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
2022-23 में भारत दुनिया में प्याज का सबसे बड़ा निर्यातक देश था। भारत ने 2022-23 में लगभग 2.5 मीट्रिक टन प्याज का निर्यात किया था, जिसका मूल्य लगभग 4,522 करोड़ रुपये था। चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्याज उत्पादक देश है। लगभग पूरे भारत में प्याज की खेती की जाती है। देश में लगभग 75 प्रतिशत प्याज का उत्पादन रबी सीजन के दौरान होता है।