वैश्विक आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक में 105वें स्थान पर पहुंचा भारत, 26 स्थानों की हुई गिरावट
ग्लोबल इकोनामिक फ्रीडम इंडेक्स (वैश्विक आर्थिक स्वतंत्रा सूचकांक)-2020 में भारत को बड़ा झटका लगा है। इस सूची में भारत 26 स्थानों की गिरावट के साथ 105वें स्थान पर पहुंच गया है। इसने भारत में व्यापार के वातावरण के खुलेपन को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस सूचकांक में भारत पिछले साल 79वें पायदान पर था, लेकिन इस साल इसमें भारी गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में भारत को अब इस पर ध्यान देना होगा।
कनाडा की एक संस्था द्वारा हर साल जारी की जाती है यह रिपोर्ट
इंडिया टुडे के अनुसार द इकोनॉमिक फ्रीडम ऑफ द वर्ल्ड रिपोर्ट कनाडा की संस्था फ्रेज़र इंस्टीट्यूट द्वारा हर साल तैयार की जाती है। इससे किसी देश में कारोबार के वातावरण के खुलेपन का पता चलता है। इस रिपोर्ट को गुरुवार को दिल्ली स्थित थिंक टैंक सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी द्वारा जारी किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ने की संभावनाएं अगली पीढ़ी के सुधारों तथा अंतराष्ट्रीय व्यापार के खुलेपन पर निर्भर करेंगी।
पिछले एक साल में इन क्षेत्रों में खराब हुई भारत की स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक वर्ष में सरकार के आकार, न्यायिक प्रणाली और सम्पत्ति के अधिकार, वैश्विक स्तर पर व्यापार की स्वतंत्रता, वित्त, श्रम और व्यवसाय के विनियमन जैसी कसौटियों पर भारत की स्थिति थोड़ी खराब हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार यह रही है भारत की स्थिति
दस अंक के पैमाने पर सरकार के आकार के मामले में भारत को एक साल पहले के 8.22 के मुकाबले 7.16 अंक, कानूनी प्रणाली के मामले में 5.17 की जगह 5.06, अंतरराष्ट्रीय व्यापार की स्वतंत्रता के मामले में 6.08 की जगह 5.71 और वित्त, श्रम तथा व्यवसाय के विनियमन के मामले में 6.63 की जगह 6.53 अंक ही मिले हैं। इसमें प्राप्तांक दस के जितना करीब होता है, स्वतंत्रा उसी अनुपात में अधिक मानी जाती है।
शीर्ष 10 में इन देशों ने पाई जगह
इस सूचकांक में हांगकांग पहले, सिंगापुर दूसरे, न्यूजीलैंड तीसरे, स्विट्जरलैंड चौथे, अमेरिका पांचवें, आस्ट्रेलिया छठे, मारीशस सातवें, जॉर्जिया आठवें, कनाडा नौवें और आयरलैंड 10वें स्थान पर रहा है। इसी तरह इस सूची में जापान को 20वां, जर्मनी को 21वां, इटली को 51वां, फ्रांस को 58वां, रूस को 89वां और ब्राजील को भारत के साथ 105वां स्थान मिला है। यह रिपोर्ट साल 2018 के आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।
भारत ने चीन को पछाड़ा
भारत के लिए राहत की बात यह है कि उसने सूचकांक में पड़ोसी देश चीन को पछाड़ दिया। चीन को इस सूची में 124वां स्थान मिला है, जो भारत से 19 स्थान पीछे है। इसी तरह पाकिस्तान और बांग्लादेश भी भारत से काफी पीछे हैं।
अंतिम 10 में शामिल रहे ये देश
रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीकी देश, कांगो, जिम्बाब्वे, अल्जीरिया, ईरान, सूडान, वेनेजुएला आदि अंतिम 10 में शामिल हैं। बता दें कि इस रिपोर्ट में 162 देशों और अधिकार क्षेत्रों में आर्थिक स्वतंत्रता को आंका गया है। इनमें व्यक्तिगत पसंद का स्तर, बाजार में प्रवेश की योग्यता, निजी सम्पति की सुरक्षा, कानून का शासन सहित अन्य मानकों को देखा जाता है। इसके लिये विभिन्न देशों की नीतियों और संस्थानों का विश्लेषण किया जाता है।