हांगकांगः विरोध प्रदर्शन कर रहे लाखों लोगों ने दिया एंबुलेंस को रास्ता, वीडियो वायरल
क्या है खबर?
सोशल मीडिया पर हांगकांग में चल रहे विरोध प्रदर्शन की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है।
रविवार को लाखो की संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा होकर विरोध कर रहे थे। वीडियो में दिख रहा है कि लोग एंबुलेंस को रास्ता दे रहे हैं और उसके जाने का इंतजार कर रहे हैं।
भीड़ के इस काम की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। एंबुलेंस में प्रदर्शन के दौरान बेहोश हुए एक प्रदर्शनकारी को अस्पताल ले जाया जा रहा था।
विरोध प्रदर्शन
हांगकांग में दशकों का सबसे बड़ा प्रदर्शन
हांगकांग के विवादित प्रत्यर्पण विधेयक के विरोध में लगभग 20 लाख लोग सड़कों और रेलवे स्टेशनों पर विरोध कर रहे हैं।
हालांकि, हांगकांग की नेता केरी लाम ने विवादित प्रत्यर्पण विधेयक को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया है। रविवार को उन्होंने लोगों से इस विधेयक के लिए माफी भी मांगी।
इसके बावजूद हांगकांग का दशकों का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा। विधेयक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे लोग लाम का इस्तीफा मांग रहे हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये इस घटना का वीडियो
Hong Kong protesters let an ambulance go through the massive protestpic.twitter.com/IN61ZnJ9fZ
— Amichai Stein (@AmichaiStein1) June 16, 2019
व्यवस्था
हांगकांग को अपना हिस्सा मानता है चीन
हांगकांग ब्रिटिश उपनिवेश रहा है। 1997 में इसे 'एक देश दो सरकार' सिद्धांत के तहत चीन को सौंप दिया गया था।
चीन ने 'एक देश-दो सरकार' के तहत 2047 तक लोगों की स्वतंत्रता और अपनी कानूनी व्यवस्था को बनाए रखने की गारंटी दी थी।
इस सिद्धांत के तहत हांगकांग को कुछ स्वायत्तता मिली हुई है। यहां का शासन 1,200 सदस्यों की चुनाव समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा चलाया जाता है।
चीन इसे अपने संप्रभु राज्य का हिस्सा मानता है।
विवादित विधेयक
इस विधेयक के विरोध में हो रहे हैं प्रदर्शन
विवादित प्रत्यर्पण विधेयक के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपराध कर हांगकांग आ जाता है तो उसे जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चीन भेजा जा सकता है।
इस साल फरवरी में एक घटना के बाद यह विधेयक लाया गया था। ताइवान में एक व्यक्ति अपनी प्रेमिका की कथित तौर पर हत्या कर हांगकांग वापस आ गया।
हांगकांग की ताइवान के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। इस वजह से उस व्यक्ति को ताइवान नहीं भेजा जा सकता।
विधेयक
विवादित विधेयक से लोगों को यह डर
प्रदर्शन कर रहे लोग इस विधेयक को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर यह कानून कभी पास होता है तो हांगकांग के लोगों पर चीन का कानून लागू हो जाएगा।
जिसके बाद चीन मनमाने ढंग से लोगों को हिरासत में लेकर उन्हें यातनाएं देगा।
जानकारों का मानना है कि इस विधेयक से हांगकांग की न्यायिक स्वतंत्रता खतरे में पड़ जाएगी। चीन अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता है।