चीन ने भारत को सौंपे अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांचों युवक
चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने उन पांच युवकों को भारत को सौंप दिया है, जो इस महीने अरुणाचल प्रदेश के चीनी सीमा के पास स्थित गांव से लापता हुए थे। सैन्य सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इन युवकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से चीन की तरफ मौजूद जगह पर भारत को सौंपा गया। वहां से लगभग एक घंटे के पैदल सफर के बाद ये सभी लोग किबिथु सीमा चौकी के पास से भारतीय क्षेत्र में पहुंचेंगे।
क्या था मामला?
बीते सप्ताह अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस विधायक निनोंग इरिंग ने दावा किया था कि PLA ने पांच लोगों का अपहरण कर लिया है। उन्होंने कहा कि ये पांच भारतीय नागरिक मछली पकड़ने गए थे, जब चीनी सेना ने इनका अपहरण किया था।
चीन में मिले थे पांचो युवक
मामला मीडिया में आने के बाद भारत सरकार ने हॉटलाइन से चीन से संपर्क साधा। इसका जवाब मिलने पर केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू ने ट्विटर पर लिखा कि चीनी सेना ने पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांचों युवक उसके क्षेत्र में पाए गए हैं। युवकों को भारत को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है।' बीते सप्ताह के शुक्रवार को ये ऊपरी सुबनसिरी जिले से लापता हुए थे।
शनिवार सुबह 9:30 बजे भारत को सौंपे गए युवक
सेना ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा, 'भारतीय सेना के लगातार प्रयासों के कारण ऊपरी सुबनसिरी जिले से लापता हुए पांचों शिकारियों का पता लगाया जा चुका है। ये 2 सितंबर को अनजान में दूसरी तरफ चले गए थे। चीनी सेना ने 8 सितंबर को हॉटलाइन का जवाब देते हुए इस बात की पुष्टि की कि लापता हुए भारतीय उनकी तरफ मिले हैं।' सेना ने जानकारी दी कि इन्हें सुबह 9:30 बजे भारत को सौंपा गया है।
परिवारों का दावा- सेना के पोर्टर थे युवक
सेना ने इन युवकों को शिकारी बताया है, जबकि उनके परिवारों का दावा है कि ये सभी सेना के लिए पोर्टर का काम करते थे। दरअसल, सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस स्थानीय युवकों को पोर्टर, गाइड और स्काउट के तौर पर इस्तेमाल करती है। स्थानीय लोग चीन के साथ सटी सीमा पर सुरक्षाबलों के जरूरी राशन और दूसरे सामान की आपूर्ति करते हैं। सीमा पर कई चौकियां दुर्गम स्थानों पर हैं, जहां पहुंचना काफी मुश्किल होता है।
ये पांच युवक हुए थे लापता
शिकार के लिए ऊंचाइयों पर चले जाते हैं युवक
सूत्रों ने बताया कि कई पोर्टर और गाइड सेना को सामान पहुंचाने के बाद एक खास प्रजाति के हिरणों और औषधियों की तलाश में पहाड़ों की उंचाई पर चले जाते हैं। हो सकता है कि ये युवक भी इसी तरह LAC के पार गए हो।
पूर्वी लद्दाख में जारी है तनाव
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में LAC पर गंभीर तनाव बना हुआ है। वहीं कुछ विवादित क्षेत्र ऐसे हैं, जहां दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने और एक-दूसरे की रेंज में तैनात हैं। कई स्तरों की सैन्य बातचीत के बाद भी विवाद का हल नहीं निकल रहा है। हाल में दोनों के रक्षामंत्रियों और विदेश मंत्रियों ने एक-दूसरे से मुलाकात भी की है। अब दोनों देशों के बीच विवाद का हल निकालने के लिए पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है।