भारत-चीन तनाव: CDS बिपिन रावत बोले- किसी भी स्थिति के लिए तैयार है सशस्त्र बल
क्या है खबर?
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण (LAC) रेखा पर चीनी सेना पिपुल लिबरेशन आर्मी (PLA) की उकसावे वाली कार्रवाई के बाद भारत-चीन के बीच उच्च स्तरीय तनाव बना हुआ है। हालत यह है कि एक हल्की सी चिंगारी बड़ी आग का रूप ले सकती है।
इसी बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को रक्षा मामलों की संसदीय समिति के सामने प्रस्तुत होकर कहा कि सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है।
मजबूती
चीन को जवाब देने के लिए सेना ने उठाए हैं मजबूत कदम- रावत
NDTV के अनुसार जनरल रावत ने समिति को बताया कि चीन के यथास्थिति में बदलाव के प्रयासों को रोकने के लिए सेना ने मजबूत कदम उठाए हैं। देश के जवान सजग हैं और किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं।
बता दें कि रावत ने मंगलवार को US-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम में भी यही बात कही थी। इसके बाद रूस के मॉस्को शहर में गुरुवार को भारत और चीन के विदेश मंत्रियों ने आपस में मुलाकात की थी।
सहमति
विदेश मंत्रियों की मुलाकात में पांच बिंदुओं पर बनी सहमति
मास्कों में हुई भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की मुलाकात में दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में चल रहे गतिरोध के समाधान के लिए पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है। जिसमें सभी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल का पालन, शांति बनाए रखना और तनाव बढ़ाने वाली किसी भी कार्रवाई से बचना शामिल है।
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच हुई बैठक करीब दो घंटे तक चली थी। इसका उद्देश्य सीमा पर तनाव को कम करना और सैनिकों को वापस बुलाना था।
बयान
विदेश मंत्रालय ने जारी किया था संयुक्त बयान
इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा था कि दोनों पक्षों के बीच पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है।
इसमें दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने माना है कि सीमावर्ती इलाकों में जो मौजूदा स्थिति है वो किसी के भी हित में नही है।
दोनों पक्ष सहमत है कि दोनों सेनाओं को बातचीत जारी रखनी चाहिए, उचित दूरी बनाई रखी जानी चाहिए और तनाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।
ट्वीट
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कसा तंज
बता दें कि भारत-चीन विवाद को लेकर सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहली बाद संसदीय समिति की बैठक में हिस्सा लिया था।
बैठक बाद उन्होंने शाम को ट्वीट किया, 'मार्च 2020 (सीमा विवाद से पहले) के बाद सीमा पर स्थिति सामान्य करने के लिए यह एकमात्र वार्ता हुई है। प्रधानमंत्री और सरकार ने चीन को हमारी जमीन से निकालने की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया। अन्य सभी "बात" बेकार है।'
बयान
राहुल गांधी ने सरकार से पूछे सवाल
राहुल गांधी ने दूसरा ट्वीट करते हुए सरकार से दो सवाल पछूे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'चीनियों ने हमारी जमीन ले ली है। भारत सरकार इसे वापस लेने की योजना कब बना रही है? या फिर इसे भी भगवान की मर्जी पर छोड़ दिया जाएगा।'
स्थिति
बेहद नाजुक है LAC पर स्थिति, चार जगहों पर तनाव
गौरतलब है कि LAC पर चार जगहों पर तनाव बना हुआ है और कम से कम दो जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने बने हुए हैं।
पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर्स एरिया में चीन ने फिंगर चार पर आकर अपने सैनिक जमा कर लिए हैं, वहीं इसके बराबर वाली चोटियों पर भारतीय सैनिक डटे हुए हैं।
इसके विपरीत दक्षिणी किनारे पर भारत ने ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया है और चीनी सैनिक नीचे हैं।