
अगले महीने शुरू होगा स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' का तीसरे चरण का ट्रायल
क्या है खबर?
भारत की कोरोना वायरस की स्वदेशी वैक्सीन 'कोवैक्सिन' का तीसरे चरण का ट्रायल अक्टूबर में उत्तर प्रदेश में शुरू होगा। राज्य सरकार ने गुरूवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अक्टूबर में लखनऊ और गोरखपुर में कोवैक्सिन का तीसरे चरण का ट्रायल होगा।
बता दें अभी देशभर में इस वैक्सीन का दूसरे चरण का ट्रायल चल रहा है और अभी तक इस चरण के नतीजे आना बाकी हैं। पहले चरण में वैक्सीन को सुरक्षित और प्रभावी पाया गया था।
पृष्ठभूमि
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने तैयार की है वैक्सीन
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी ने पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर कोवैक्सिन तैयार की है।
NIV ने बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज से वायरस का स्ट्रेन आइसोलेट किया और इसे भारत बायोटेक को भेजा था।
उसके बाद कंपनी ने इसका इस्तेमाल करते हुए हैदराबाद में 'इनएक्टिवेटेड' वैक्सीन बनाने का काम शुरू किया।
इंसानी ट्रायल के लिए मंजूरी लेने से पहले कंपनी ने चूहों और दूसरे जानवरों पर इसका ट्रायल किया था।
ट्रायल
जुलाई में शुरू हुआ था कोवैक्सिन का इंसानी ट्रायल
कोवैक्सिन के इंसानी ट्रायल जुलाई में देशभर के कई केंद्रों पर शुरू हुए थे। पहले चरण के ट्रायल में 18 से 55 साल के 375 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। इसमें वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित पाया गया और ये कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज और टी-सेल पैदा करने में भी कामयाब रही।
अभी इसका दूसरे चरण का ट्रायल चल रहा है जिसमें 12 से 65 साल के पूरी तरह से स्वस्थ 750 लोग हिस्सा लेंगे।
तीसरा चरण
25,000-30,000 लोगों पर हो सकता है तीसरे चरण का ट्रायल
भारत बायोटेक तीसरे चरण में 25,000 से 30,000 लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल करने की योजना बना रहा है और अगले महीने उत्तर प्रदेश से इसकी शुरूआत होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, "भारत बायोटेक द्वारा विकसित की जा रही कोवैक्सिन के तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति प्रदान कर दी गई है। अक्टूबर में लखनऊ SGPGI और गोरखपुर BRD मेडिकल कॉलेज इस ट्रायल में हिस्सा लेंगे।"
बयान
भारत बायोटेक को समय-समय पर देनी होगा ट्रायल की जानकारी- प्रसाद
प्रसाद ने बताया कि ट्रायल के दौरान भारत बायोटेक नियमित तौर पर चिकित्सा शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश दुबे के सम्पर्क में रहेगा और इस दौरान उसे समय-समय पर वैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया और गतिविधियों की जानकारी देते रहना होगा।
अन्य वैक्सीनें
भारत में ये वैक्सीनें भी इंसानी ट्रायल में
बता दें कि कोवैक्सिन के अलावा दो ऐसे ही वैक्सीने हैं जिनका भारत में इंसानी ट्रायल चल रहा है। इसमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन भी शामिल है जिसका पिछले महीने से तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है औऱ नवंबर तक ये ट्रायल पूरा हो सकता है।
इसके अलावा जायडस कैडिला की वैक्सीन का भी पहले और दूसरे चरण का ट्रायल चल रहा है और कंपनी तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति का इंतजार कर रही है।