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पाकिस्तान पर 'जल प्रहार', चिनाब नदी पर बांध को लेकर भारत सरकार ने उठाया बड़ा कदम 
क्वार परियोजना के मुख्य बांध का काम शुरू हो चुका है

पाकिस्तान पर 'जल प्रहार', चिनाब नदी पर बांध को लेकर भारत सरकार ने उठाया बड़ा कदम 

लेखन आबिद खान
Jul 11, 2025
11:36 am

क्या है खबर?

सिंधु जल संधि रद्द करने के बाद भारत अब पाकिस्तान पर 'वाटर स्ट्राइक' की तैयारी कर रहा है। सरकार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में चिनाब नदी पर बनने वाले क्वार बांध के निर्माण में तेजी ला रही है। इसके लिए 3,119 करोड़ रुपये का लोन मांगा गया है। यह एक ग्रीनफील्ड भंडारण परियोजना होगी, जो पाकिस्तान में जाने वाले पानी को रोकेगी। इस पूरी परियोजना की लागत 4,526 करोड़ रुपये है।

रिपोर्ट

बैंकों से लोन के लिए निविदा जारी

क्वार विद्युत परियोजना 540 मेगावॉट की है। इसका क्रियान्वयन चेनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (CVVPL) कर रहा है, जो NHPC लिमिटेड और जम्मू-कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम लिमिटेड का एक संयुक्त उद्यम है। हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक ने यहां से विद्युत खरीद की सहमति दी है। न्यूज18 के मुताबिक, CVVPL ने इस परियोजना के आंशिक वित्तपोषण हेतु 3,119 करोड़ रुपये का लोन जुटाने के लिए विभिन्न वित्तीय संस्थानों और बैंकों से प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों की मांग की है।

परियोजना

क्या है क्वार बांध परियोजना?

यह बांध किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर बनाया जाना है। यह परियोजना किश्तवाड़ से लगभग 28 किलोमीटर दूर स्थित है और सिंधु बेसिन का हिस्सा है। इसमें 109 मीटर ऊंचा कांक्रीट ग्रेविटी बांध बनाया जाएगा, जिससे सालाना 1,975 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल, 2022 को इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। सरकार ने 2027 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।

कार्य

परियोजना को लेकर अब तक कितना काम हुआ है?

परियोजना के एक अहम पड़ाव के तहत जनवरी 2024 में चिनाब नदी का जलमार्ग मोड़ा जा चुका है। इसके बाद दिसंबर, 2024 में बांध की सबसे गहरी नींव में कांक्रीट डालकर मुख्य बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसके अलावा 609 मीटर लंबी एक मुख्य पहुंच सुरंग की खुदाई का काम भी शुरू हो चुका है। परियोजना में 135 मेगावॉट की 4 भूमिगत इकाइयां स्थापित की जाएंगी, जो 540 मेगावॉट विद्युत उत्पादन करेगी।

चेनाब नदी

चेनाब नदी पर इन परियोजनाओं पर भी काम कर रहा भारत

चिनाब और इसकी सहायक नदियों पर 4 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें 100 मेगावॉट क्षमता का पाकल दुल बांध, 624 मेगावॉट का किरू बांध और 850 मेगावॉट का रतले बांध शामिल है। पाकल दुल का काम 66 प्रतिशत, किरू का 55 प्रतिशत, क्वार का 19 प्रतिशत और रतले का 21 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उम्मीद है ये सभी परियोजनाएं 2027-28 तक काम करना शुरू कर देंगी। पाकिस्तान आए दिन इन परियोजनाओं का विरोध करता रहता है।

संधि

सिंधु जल संधि रद्द कर चुका है भारत

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ हुई सिंधु जल संधि रद्द कर दी है। इस संधि के तहत सिंधु घाटी में बहने वाली 3 पूर्वी नदियों (रवि, सतलज, व्यास) पर भारत का, जबकि 3 पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) पर पाकिस्तान का अधिकार है। संधि रद्द करने के बाद भारत ने इस इलाके की नदियों पर परियोजनाओं में तेजी लाई है, जिससे पाकिस्तान पर काफी असर पड़ा है।