चीनी सरकार की आलोचना के बाद दो महीनों से सार्वजनिक जीवन से गायब हैं जैक मा
चीनी सरकार के साथ विवादों में पड़ने के बाद अलीबाबा के संस्थापक और अरबपति जैक मा पिछले दो महीनों से सार्वजनिक जीवन में नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें लेकर कई तरह के संदेह व्यक्त किए जा रहे हैं। जैक मा अपने टैलेंट शो 'अफ्रीकाज बिजनेस हीरोज' के अंतिम एपिसोड में बतौर जज नजर आने वाले थे, लेकिन उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया। इसके चलते शो की वेबसाइट से भी उनकी फोटो हटा ली गई है।
जैक ने की थी चीनी बैंकों की आलोचना
सार्वजनिक समारोहों में अपने भाषणों के कारण युवाओं में बेहद लोकप्रिय 56 वर्षीय जैक मा ने बीते साल अक्टूबर में चीन के वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की तीखी आलोचना की थी। शंघाई में हुए एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने सरकार से व्यवस्था में बदलाव की मांग की थी ताकि बिजनेस में नई चीजें शुरू करने के प्रयासों को दबाया न जा सके। उन्होंने वैश्विक बैंकिंग नियमों की 'बुजुर्ग लोगों के क्लब' से तुलना की थी।
जैक को चुकानी पड़ी आलोचना करने की कीमत
जैक ने चीन की ठोस वित्तीय इकोसिस्टम न होने के कारण आलोचना करते हुए कहा था कि यहां के बैंक सामान गिरवी रखकर लोन देने की दुकानें बन गई हैं। इस आलोचना का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा और चीनी सरकार उनके पीछे पड़ गई थी।
जैक के खिलाफ शुरू हुई जांच
इसके बाद चीनी अधिकारियों ने जैक मा की कंपनियों के खिलाफ कई तरह की जांच शुरू कर दी थी। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कहने पर अधिकारियों ने उनके एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO को निलंबित कर दिया था। इसे जैक के लिए बड़ा झटका माना गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रिसमस से पहले जैक मा को अलीबाबा के खिलाफ जांच पूरी न होने तक चीन से बाहर न जाने के आदेश दे दिए गए थे।
खुद की कंपनी के शो से बाहर हुए जैक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दो महीनों में जैक को कई सार्वजनिक समारोह और टीवी शो में शामिल होना था, लेकिन अंतिम समय में सारी जगहों से उनका नाम हटा लिया गया। यहां तक की वो अपनी कंपनी द्वारा प्रोड्यूस किए जा रहे शो में भी हिस्सा नहीं ले सके। उनकी जगह 'अफ्रीकाज बिजनेस हीरोज' में कंपनी के एक और बड़े अधिकारी ने हिस्सा लिया था। शो के पोस्टर से भी जैक की तस्वीरें हटा ली गई हैं।
पहले भी गायब हो चुके हैं कारोबारी
जैक मा को सार्वजनिक तौर पर नजर आना चीन में ऐसी पहली घटना नहीं है। चीनी सरकार उसकी आलोचना करने वाली आवाजों को दबाने में देर नहीं करती। जैक से पहले चीन के प्रोपर्टी कारोबारी रेन झिकियांग गायब हो गए थे। उन्होंने कोरोना महामारी से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना की थी। बाद में उन्हें 18 साल की सजा हुई। वहीं एक और अरबपति शिआन जिआनहुआ 2017 से नजरबंद हैं।