आंध्र प्रदेश ट्रेन हादसा 'मानवीय भूल' का नतीजा, रेलवे ने बताई घटना की वजह
आंध्र प्रदेश में बीती रात हुई रेल दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 13 हो गई है। 50 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। अब रेलवे ने हादसे के संभावित कारणों का खुलासा किया है। पूर्वी तटीय रेलवे (ECOR) ने कहा कि विजयनगरम जिले में 2 ट्रेनों की टक्कर संभवत: 'मानवीय भूल' के कारण हुई है। बता दें कि घटना शाम करीब 7 बजे हुई थी, जब विशाखापट्टनम-रायगढ़ा ट्रेन विशाखापट्टनम-पलासा ट्रेन से टकरा गई थी।
अधिकारियों ने क्या बताई हादसे की वजह?
ECOR के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वजीत साहू ने मीडिया को बताया, "यह दुर्घटना संभवत: मानवीय भूल के कारण हुई। विशाखापट्टनम-रायगढ़ा पैसेंजर स्पेशल ट्रेन द्वारा सिग्नल की 'ओवरशूटिंग' की गई, जिस वजह से दोनों ट्रेनें आपस में टकरा गईं।" बता दें कि ओवरशूटिंग तब होती है, जब कोई ट्रेन लाल सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ जाती है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा, "ड्राइवर ने लाल सिग्नल पार कर लिया। टक्कर पीछे से हुई।"
लाल सिग्नल पर नहीं रुकी ट्रेन
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, पलासा ट्रेन एक सिग्नल पर लगभग 2 मिनट रुकने के बाद आगे बढ़ी। इसके पीछे रायगढ़ा ट्रेन आ रही थी, जिसे सिग्नल पर रुकना था लेकिन नहीं रुकी और आगे जा रही पलासा ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में रायगढ़ा ट्रेन के लोको पायलट की मौत हो गई है। बता दें कि जहां हादसा हुआ, वहां पटरियों की 3 लाइन हैं।
कैसे हुआ था हादसा?
अधिकारियों के मुताबिक, विशाखापट्टनम से रायगढ़ा जा रही ट्रेन संख्या 08504 विशाखापट्टनम से पलासा जा रही ट्रेन संख्या 08532 से पीछे से टकरा गई। इस कारण पलासा ट्रेन के पीछे के 2 डिब्बे और रायगड़ा ट्रेन का लोको डिब्बा पटरी से उतर गया। अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना लगभग शाम 7 बजे पूर्वी तटीय रेलवे क्षेत्र के वाल्टेयर उपखंड के विजयनगरम-कोत्तावलासा रेलवे सेक्शन में अलामंदा और कांतकपल्ले स्टेशन के बीच हुई।
मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान
इस हादसे में जान गंवाने वाले आंध्र प्रदेश के मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुख्यमंत्री ने मुआवजे का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये और गंभीर चोटों के लिए 2.5 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये का ऐलान किया है। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।