अमेरिका: भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, मास्टर्स डिग्री पूरी होने में बचे थे 10 दिन
अमेरिका के ओहायो में लूट के एक संदिग्ध मामले में भारतीय युवक की अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी। युवक अमेरिका में पढ़ाई करने गया था और उसकी मास्टर्स डिग्री पूरी होने में मात्र 10 दिन बचे थे। ओहायो पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को कोलंबस के वेस्ट ब्रॉड स्ट्रीट फ्रैंकलिनटन में एक फ्यूल स्टेशन पर युवक को गोली मारी गई। मृतक छात्र का का नाम सयैश वीरा है, जो आंध्र प्रदेश के एलुरु का रहने वाला था।
गोलीबारी को लेकर पुलिस ने क्या कहा?
कोलंबस पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि गुरुवार रात 12:50 बजे उन्हें फ्यूल स्टेशन पर गोलीबारी की सूचना मिली थी। जहां मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि सैयश गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल है। उसे आनन-फानन में एंबुलेंस के जरिये इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। इस मामले की जांच की जा रही है और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति की तस्वीर की जारी
इस घटना के बाद कोलंबस पुलिस ने ट्विटर पर एक संदिग्ध की तस्वीरें जारी की है, जो घटना के कुछ देर पहले फ्यूल स्टेशन में लगे CCTV कैमरों में कैद हुआ है। साथ ही पुलिस ने लोगों से संदिग्ध के बारे में कोई भी जानकारी साझा करने की अपील की है। हालांकि, अभी तक गोलीबारी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस को आशंका जताई है कि ये लूट का मामला हो सकता है।
संदिग्ध हमलावर की तलाश में पुलिस
सैयश फ्यूल स्टेशन पर करता था पार्ट टाइम जॉब
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ साल पहले सैयश के पिता की मौत हो चुकी थी और नवंबर 2021 में वह पढ़ाई के लिए अमेरिका गया था। यहां पढ़ाई से साथ-साथ परिवार की आर्थिक मदद के लिए उसने फ्यूल स्टेशन पर पार्ट टाइम जॉब शुरू की थी। उसकी मास्टर्स की डिग्री पूरी होने में 10 दिन ही बचे थे। ऐसे में सैयश की मौत की खबर सुनकर भारत में उसकी मां और बड़े भाई सदमे में हैं।
परिजनों ने भारत सराकर से की अपील
सैयश के परिजनों भारत सरकार से उसके शव को घर लाने में मदद करने की अपील की है, जबकि सैयश के अमेरिका में रहने वाले दोस्त रोहित यालमंचिली भी शव को भारत भेजने के प्रयास में जुटे हैं। रोहित ने बताया कि सैयश हमेशा ही दूसरों की मदद के लिए तैयार रहता था और मास्टर्स की डिग्री पूरी होने के बाद वो कुछ हफ्तों में फ्यूल स्टेशन की जॉब भी छोड़ने वाला था।
अमेरिका में लापता भारतीय मूल के इंजीनियर का शव झील से बरामद
एक अन्य मामले में अमेरिका में लापता भारतीय मूल के 30 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित बगई का शव पुलिस ने मैरीलैंड स्थित एक झील से बरामद किया। परिजनों ने स्थानीय पुलिस में 9 अप्रैल को अंकित की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। परिजनों के मुताबिक, अंकित ने वर्जीनिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुशन किया था। उसका स्वास्थ्य भी कुछ ठीक नहीं था और वह अचानक लापता हो गया था। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।