पेट्रोल पर किस राज्य में वसूला जा रहा है कितना टैक्स?
क्या है खबर?
कच्चे तेल की कीमतों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी का असर अब भारत में भी दिखने लगा है। तेल कंपनियों ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल की कीमतों में इजाफा कर दिया है।
इसके चलते अधिकतर राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गए हैं।
हालांकि, पेट्रोल की महंगाई में राज्यों द्वारा वसूला जाने वाला टैक्स भी अहम भूमिका निभा रहा है। आइये जानते हैं कि किस राज्य में कितना टैक्स लिया जा रहा है।
इजाफा
तेल कंपनियों ने लगातार दूसरे दिन बढ़ाए पेट्रोल-डीजल के दाम
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का हवाला देते हुए तेल कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में 80 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया है।
इसके साथ ही दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 97.01 रुपये और डीजल 88.27 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई।
इसी तरह मुंबई में पेट्रोल 111.67 रुपये और डीजल 95.85, चेन्नई में पेट्रोल 102.91 रुपये और डीजल 92.95 रुपये, बेंगलुरु में पेट्रोल 102.26 रुपये और डीजल 86.58 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
अंतराल
तेल कंपनियों ने मंगलवार को 137 दिन बाद बढ़ाए थे दाम
बता दें तेल कंपनियों ने मंगलवार को भी पेट्रोल-डीजल के दामों में 80 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया था। यह देश में तेल की कीमतों में 137 दिनों बाद बढ़ोतरी थी।
2017 के बाद यह पहली बार था, जब तेल की कीमतों में इतने अंतराल के बाद तेजी आई थी।
दरअसल, यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत आसमान छू रही है। इसके कारण तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाए हैं।
निर्धारण
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत तेल दूसरे देशों से आयात किया जाता है। ऐसे में तेल की खुदरा कीमतें (पेट्रोल पंपों पर कीमतें) अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों से नियंत्रित होती है।
हालांकि, खुदरा कीमतों का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और राज्य टैक्स को मिलाकर किया जाता है।
केंद्र और राज्य इस टैक्स का इस्तेमाल अपनी विकासात्मक और कल्याणकारी प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए करते हैं।
टैक्स
100 रुपये के पेट्रोल पर किस राज्य में लगता है कितना टैक्स?
देश के सभी राज्यों में 100 रुपये के पेट्रोल पर वसूले जाने वाले टैक्स को लेकर स्टैट्स ऑफ इंडिया ने सरकारी आंकड़ों के आधार पर एक सूची ट्वीटर पर पोस्ट की है।
इसके अनुसार, देश के सात राज्यों में पेट्रोल की आधी कीमत टैक्स के रूप में वसूल की जाती है।
इससे स्पष्ट है आम जनता को पेट्रोल की वास्तविक कीमत के अलावा टैक्स के रूप में अधिक भुगतान करना पड़ रहा है और यही महंगाई का बड़ा कारण है।
सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र में वसूला जा रहा है सबसे अधिक टैक्स
सूची के अनुसार, देश में 100 रुपये के पेट्रोल पर सबसे अधिक 52.50 रुपये टैक्स महाराष्ट्र में वसूला जा रहा है।
इसी तरह आंध्र प्रदेश में 52.40 रुपये, तेलंगाना में 51.60 रुपये, राजस्थान में 50.80 रुपये, मध्य प्रदेश में 50.60 रुपये, केरल में 50.20 रुपये और बिहार 50 रुपये टैक्स के रूप में वसूले जा रहे हैं।
इसी तरह ओडिशा में 48.90 रुपये, पश्चिम बंगाल 48.70 रुपये, तमिलनाडु में 48.60 रुपये और छत्तीसगढ़ में 48.30 रुपये वसूले जा रहे हैं।
सबसे कम
लक्षद्वीप में वसूला जाता है सबसे कम टैक्स
स्टैट्स ऑफ इंडिया की सूची के अनुसार, 100 रुपये के पेट्रोल पर सबसे कम 34.60 रुपये टैक्स लक्षद्वीप में वसूला जाता है।
इसी तरह अंडमान में 35.30 रुपये, दमन और दीव में 42 रुपये, पुडुचेरी और अरुणाचल प्रदेश में 42.90 रुपये, मेघालय में 42.50 रुपये, मिजोरम में 43.80 रुपये, उत्तराखंड में 44.10 रुपये और हिमाचल प्रदेश में 44.40 रुपये टैक्स के रूप में वसूले जा रहे हैं। ऐसे में आम आदमी को टैक्स की ज्यादा मार झेलनी पड़ रही है।
कमाई
केंद्र की कमाई का बड़ा जरिया है पेट्रोल-डीजल
बता दें केंद्र सरकार के लिए पेट्रोल-डीजल कमाई का एक बड़ा जरिया है। केंद्र ने पिछले 3 वित्त वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से लगभग 8.02 लाख करोड़ रुपये की कमाई की है।
दिसंबर 2021 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से वित्त वर्ष 2018-19 में 2,10,282 करोड़, साल 2019-20 में 2,19,750 करोड़ और साल 2020-21 में 3,71,908 करोड़ रुपये जुटाए थे।