कोरोना वायरस: परीक्षाओं के लिए जारी हुई संशोधित गाइडलाइंस, इन बातों का रखना होगा ध्यान
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार बढ़ी हुई है। ऐसे में इसके बीच हो रही परीक्षाओं को लेकर छात्रों और अभिभावकों में डर का माहौल बना हुआ है। हालांकि, परीक्षाओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ समय पहले गाइडलाइंस जारी की थी, लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंत्रालय ने गुरुवार को एक बार फिर से परीक्षाओं के लिए संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है। परीक्षा के दौरान इसका पालन करना अनिवार्य होगा।
आने वाले दिनों में होंगी ये परीक्षाएं
बता दें कि महामारी के बीच 1 से 6 सितंबर तक JEE मेन्स परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं, अब NEET की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में अंतिम साल की परीक्षाएं भी 30 सितंबर तक पूरी की जानी हैं।
परीक्षार्थियों को करना होगा इन नियमों का पालन
NDTV के अनुसार संशोधित SOP के तहत परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को छह फीट की दूरी रखने के साथ अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा। इसी तरह सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धोने, छींकते-खांसते समय मुंह ढक कर रखना होगा, अपनी पुरानी बीमारी पर खुद निगरानी रखनी होगी और परीक्षा केंद्र पर जानकारी देनी होगी। परीक्षा केंद्र पर थूंकने पर पाबंदी रहेगी और सभी परीक्षार्थियों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतू ऐप डाउनलोड करना होगा।
कंटेनमेंट जोन के परीक्षार्थी नहीं हो सकेंगे शामिल
संशोधित SOP के तहत कंटेनमेंट जोन के परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे सकेंगे, उनकी परीक्षा बाद में आयोजित की जाएगी। इसी तरह कंटेनमेंट जोन में कोई परीक्षा केंद्र नहीं होगा, कंटेनमेंट जोन के कर्मी परीक्षा लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे, समयबद्ध तरीके से एक-एक परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए परीक्षा केंद्र में पर्याप्त कमरों की व्यवस्था करनी होगी तथा केंद्र पर फेस कवर, फेस मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी।
परीक्षक और सुपरवाइजरों को देनी होगी नियमों की जानकारी
केंद्र संचालकों को परीक्षक और सुपरवाइजरों को परीक्षा से पहले कोरोना संबंधी नियमों की जानकारी देनी होगी और सभी परीक्षाकर्मियों को अपने स्वास्थ्य की स्थिति से अवगत कराना होगा। इसी तरह केंद्र संचालकों को परीक्षार्थियों द्वारा लाए गए सामान की जानकारी रखनी होगी, अनुशासन के लिए केंद्र पर पर्याप्त कर्मचारियों की व्यवस्था, दस्तावेज जांच और पंजीयन में सोशल डिस्टेसिंग का पालन और केंद्र के अंदर और बाहर कोरोना संबंधी जानकारी चिपकानी होगी।
कोरोना के संभावित लक्षण वाले परीक्षार्थियों को किया जाएगा आइसोलेट
थर्मल स्क्रीनिंग में किसी भी परीक्षार्थी के कोरोना के संभावित लक्षण नजर आने पर उसे तत्काल आइसोलेट किया जाएगा और नजदीकी अस्पताल को सूचना देनी होगी। बिना कोरोना महामारी के लक्षण वाले परीक्षार्थियों को ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
परीक्षार्थियों के आगमन और निकास की करनी होगी पर्याप्त व्यवस्था
केंद्र संचालकों को परीक्षार्थियों के आगमन और निकास के लिए पर्याप्त दरवाजों की व्यवस्था करनी होगी। प्रवेश दरवाजे पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मार्किंग करनी होगी और थर्मल स्कि्रनिंग के बाद ही परीक्षार्थियों की तलाशी ली जा सकेगी। तलाशी लेने वाले कर्मचारियों को ग्लव्ज और तीन परत का मास्क देना होगा। इसी तरह बुजुर्ग कर्मी, गर्भवती महिला कर्मचारी और पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त कर्मी को परीक्षा केंद्र पर आने की इजाजत नहीं होगी।
परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन और बैग ले जाने पर रहेगी पाबंदी
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन और बैग ले जाने पर पाबंदी रहेगी। लिफ्ट में सोशल डिस्टेसिंग का पालन, व्हीलचेयर और अन्य आवश्यक उपकरणों को उपयोग से पहले और बाद में सैनिटाइज, संपर्क रहित व्यवस्था के लिए QR कोड, स्कैनिंग, ऑनलाइन फॉर्म, डिजिटल सिग्नेचर की व्यवस्था करनी होगी। इसी तरह पानी के लिए डिस्पोजेबल ग्लास की व्यवस्था, प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका के वितरण से वीक्षक को हाथ सैनिटाइज करने होंगे और परीक्षार्थी स्टेशनी शेयर नहीं कर सकेंगे।
ऑनलाइन परीक्षा के लिए सैनिटाइज करने होंगे कम्प्यूटर सिस्टम
ऑनलाइन परीक्षा की स्थिति में कंप्यूटर सिस्टम को पूरी तरह से सैनिटाइज करना जरूरी होगा। इसी तरह केंद्रों में AC का तापमान 24 से 30 डिग्री के बीच रखना होगा। टॉयलेट, एलिवेटर बटन, दरवाजों, डेस्क बेंच और कुर्सियों को सैनिटाइज करना होगा।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 95,735 नए मामले सामने आए और रिकॉर्ड 1,172 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 44,65,863 हो गई है, वहीं 75,062 लोगों को इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या 9,19,018 है।