लद्दाख में सीमा पर उच्चतम स्तर का अलर्ट, LAC के पार नजर आ रहे चीनी टैंक
क्या है खबर?
भारत ने लद्दाख में चीनी सेना के साथ विवाद वाले क्षेत्रों में पहाड़ों पर होने वाली लड़ाई में निपुण जवानों को तैनात किया है।
जानकारी के मुताबिक, भारत ने पिछले कुछ दिनों में चीन के साथ बढ़ते विवाद को देखते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनाती बढ़ाई है।
एक अधिकारी ने कहा कि सीमा पर 'उच्चतम स्तर का अलर्ट' जारी है। एक छोटी सी उकसावे वाली कार्रवाई स्थिति को नियंत्रण से बाहर कर सकती है।
सेना की तैनाती
पैंगोंग झील के किनारों पर खास ध्यान
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में ऊंचाई पर होने वाली लड़ाई के लिए प्रशिक्षित किए गए बलों को तैनात किया गया है, लेकिन पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणी इलाकों पर खास तौर से नजर रखी जा रही है।
चीनी सैनिक पहाड़ों की चोटियों पर जमे हुए भारतीय सैनिकों को पीछे हटाने की कई नाकाम कोशिश कर चुके हैं।
ताजा जानकारी के मुताबिक, सीमा पर स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
जमीनी स्थिति
कई स्थानों पर हथियारों से लैस जवान आमने-सामने
एक अधिकारी ने सीमा की जमीनी हालात की जानकारी देते हुए कहा कि पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण में चीनी सेना की हलचल, वाहन और दूसरे उपकरण दिख रहे हैं। कई स्थानों पर हथियारों से लैस जवान आमने-सामने की स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी किया गया है। हालात की गंभीरता को समझाते हुए उन्होंने कहा कि उकसावे की छोटी सी कार्रवाई स्थिति को बिगाड़ सकती है।
LAC पर स्थिति
चीन ने जमा किए 50,000 सैनिक
सूत्रों के मुताबिक, चीन ने सीमा पर लगभग 50,000 की संख्या में जवानों को भेजा है। भारत की तरफ से भी पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल विवादित क्षेत्रों में तैनात है।
इस विवाद का केंद्र बिंदु पैंगोंग झील बना हुआ है, लेकिन बाकी इलाकों में हालात सुधरे नहीं हैं।
गोगरा-हॉट स्प्रिंग, डेपसांग और दौलत बेग ओल्डी में भी सेना का जमावड़ा है, लेकिन वहां पर दोनों सेनाएं आमने-सामने की स्थिति में नहीं हैं।
पूर्वी लद्दाख
महत्वपूर्ण उंचाइयों पर भारत ने किया कब्जा
बीते चार महीनों से पूर्वी लद्दाख में जारी दोनों देश के बीच तनाव कई स्तरों की बातचीत के बाद भी नहीं सुलझ पाया है।
विवाद में ताजा उकसावा 29 अगस्त को उस समय आया, जब पैंगोग झील के दक्षिणी किनारे पर झड़प हुई। उसके बाद स्थिति और गंभीर बन गई है।
इसी बीच भारतीय सैनिकों ने पैंगोग झील के दोनों किनारों पर कुछ महत्वपूर्ण उंचाइयों पर कब्जा कर लिया है।
इसके बाद से चीन की बौखलाहट और बढ़ गई है।
हालात गंभीर
किसी भी तरफ जा सकता है विवाद- सूत्र
इससे पहले गुरुवार सुबह शीर्ष सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि दोनों देशों के बीच का ये विवाद किसी भी तरफ जा सकता है और सैन्य संघर्ष की संभावना भी बनी हुई है।
उन्होंने इस मोड़ पर बातचीत को बेहद अहम बताया है।
सूत्रों ने कहा कि भारत-चीन के मौजूदा विवाद में स्थानीय या पूरे इलाके में सैन्य संघर्ष की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
जानकारी
भारतीय सैनिकों को जरूरत पड़ने पर हथियार इस्तेमाल करने की आजादी
सबसे महत्वपूर्ण ये है कि चीन की बौखलाहट को देखते हुए भारत ने स्थानीय कमांडरों को स्थिति के अनुसार खुद से फैसला लेने की जिम्मेदारी दे दी गई है और वे जरूरत पड़ने पर अपने पास मौजूद हर हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं।