गुजरात में बारिश ने मचाई भारी तबाही, मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार
गुजरात में बारिश ने कहर बरपा रखा है। यहां पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित दुर्घटनाओं में 9 लोगों की जान चली गई, जिससे 1 जून से अब तक राज्य में मरने वालों की संख्या 102 पहुंच चुकी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में देवभूमि द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
जूनागढ़ में 3,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
बारिश से जूनागढ़ जिला सबसे अधिक प्रभावित है। जूनागढ़ में भीषण जलभराव और बाढ़ के कारण काफी नुकसान हुआ है। यहां अचानक बाढ़ के कारण कई वाहन और मवेशी बह गए। रविवार को जूनागढ़ में बाढ़ का पानी थोड़ा कम हो गया। यहां से करीब 3,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने रविवार को मोचा गांव में जलभराव में फंसीं एक गर्भवती महिला सहित 3 लोगों को बचाया।
बाढ़ को लेकर अधिकारियों ने क्या कहा?
जूनागढ़ के जिला मजिस्ट्रेट अनिल राणावासिया ने कहा, "हमारा मुख्य ध्यान अब शहर में स्वच्छता पर है। जूनागढ़ जिले में रविवार को 55 मिमी बारिश दर्ज हुई है। जिले में भारी बारिश के कारण 2 महिलाओं समेत 3 लोगों की मौत हो गई।'' उन्होंने कहा, "अधिकांश इलाकों से पानी कम हो गया है और 1,100 से अधिक सफाई कर्मचारियों ने सड़कों से कीचड़ और कचरा हटाना शुरू कर दिया है। आज से स्कूल और कॉलेज खोलने की अनुमति दी जाएगी।"
गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से की बात
राज्य में भीषण बारिश और बाढ़ के कारण 2 राष्ट्रीय राजमार्ग, 10 राज्यमार्ग और 300 ग्रामीण सड़कें बंद कर दी गई थीं और रविवार को केवल उन स्थानों पर यातायात फिर से शुरू हो सका है, जहां पानी का स्तर कम हो गया। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में जानकारी ली।
IMD ने जारी किया बारिश का अलर्ट
IMD ने वलसाड, भावनगर, देवभूमि द्वारका, दमन और दादरा नगर हवेली के लिए 'रेड अलर्ट' और अहमदाबाद, आनंद, भरूच, बनासकांठा, साबरकांठा, अमरेली, जामनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। IMD ने अगले 2 दिनों में यहां भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। उसने मछुआरों को 26 जुलाई तक उत्तरी गुजरात तट के आसपास न जाने की चेतावनी दी है।