मुकेश अंबानी के पुश्तैनी घर की यात्रा मात्र 2 रुपये में, देखने को मिलेंगी कई चीजें
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपने परिवार के साथ मुंबई में स्थित 27 मंजिला इमारत एंटीलिया में रहते हैं। यह दुनिया की दूसरी सबसे महंगी संपत्ति है। हालांकि, अंबानी परिवार का दिल गुजरात के चोरवाड़ गांव में हैं, जहां उनका 100 साल पुराना पुश्तैनी घर है। 2011 में इसे एक स्मारक में तब्दील कर दिया गया था। पर्यटकों को इस घर की यात्रा के लिए मात्र 2 रुपये प्रवेश शुल्क देना होता है।
मात्र 2 रुपये में देखें अंबानी परिवार का 2 मंजिला पुश्तैनी घर
2011 में 2 मंजिला इस पुश्तैनी घर का उद्धाटन 'धीरूभाई अंबानी मेमोरियल हाउस' के रूप में किया गया था। इसे 2 भागों में बांटा गया है, जिनमें से एक पर्यटकों के लिए खुला है। इस घर में आज भी पीतल-तांबे के बर्तन, लकड़ी के फर्नीचर और कई अन्य कलाकृतियों का शानदार प्रदर्शन है, जिसे देखने के लिए पर्यटकों को मात्र 2 रुपये खर्च करने होंगे। यह मंगलवार से रविवार तक सुबह 9:30 से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।
1.2 एकड़ जमीन में फैली हुई है पुश्तैनी संपत्ति
अंबानी परिवार की यह पुश्तैनी संपत्ति 1.2 एकड़ जमीन में फैली हुई है। इसमें पर्यटकों के लिए एक सोविनियर दुकान और एक छोटा थिएटर है, जिसमें धीरूभाई के जीवन पर आधारित एक फिल्म दिखाई जाती है। यहां एक बड़ा-सा बगीचा भी है, जिसका एक हिस्सा पर्यटकों के लिए और दूसरा हिस्सा निजी है। आपको यहां स्थापत्य कला से जुड़ी जानकारियां, ऐतिहासिक महत्व और भारत के प्रतिष्ठित व्यवसायिक व्यक्तियों में से एक धीरूभाई अंबानी के योगदान को समझने का मौका मिलेगा।
इसी घर में हुआ था धीरूभाई अंबानी का जन्म
मुकेश अंबानी के पिता और रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत करने वाले धीरूभाई अंबानी का जन्म इसी पुश्तैनी घर में हुआ था। पिछले कुछ सालों में इस घर में कई बदलाव किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पुश्तैनी घर का पुनर्निर्माण करने के लिए आर्किटेक्चरल कंपनी अभिक्रम और अमिताभ तेवतिया डिजाइन्स से संपर्क किया था और पुनर्निर्माण में 4 से 5 करोड़ रुपये का खर्च भी हुआ था।
पुश्तैनी घर का निजी हिस्सा आज भी इस्तेमाल करती हैं मुकेश की मां
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पुश्तैनी घर का निजी हिस्सा अभी भी धीरूभाई की पत्नी और मुकेश की मां कोकिलाबेन अंबानी द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। अंबानी परिवार भले ही अब इस घर में नहीं रहता है, लेकिन यहां से उसका पुराना नाता है और उसकी जड़ें आज भी यहीं से जुड़ीं हुई हैं। उन्होंने अपने पुश्तैनी घर के बुनियादी ढांचे में सुधार करने के अलावा गांव में बगीचे, 2 स्कूल और 1 अस्पताल का निर्माण भी करवाया है।