गुजरात में चक्रवात 'बिपरजॉय' से मची तबाही का हवाई सर्वेक्षण करेंगे अमित शाह
क्या है खबर?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को गुजरात में चक्रवात 'बिपरजॉय' से प्रभावित हुए इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहेंगे।
शाह हवाई सर्वेक्षण के बाद भुज में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। इस दौरान राहत और बचाव कार्य का जायजा भी लिया जाएगा।
गौरतलब है कि चक्रवात गुरुवार को गुजरात के तट से टकराया था, जिसके बाद तूफान के कारण हजारों बिजली के खंभे और पेड़ उखड गए थे।
दौरा
शाह चक्रवात से प्रभावित हुए लोगों से भी मिलेंगे
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, अमित शाह भुज में स्वामी नारायण मंदिर में प्रभावित लोगों के लिए दी जा रही खाद्य सामग्री और अन्य सुविधाओं का भी जायजा लेंगे। वह मांडवी में चक्रवात से प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात भी करेंगे।
गौरतलब है कि चक्रवात की चेतावनी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक कर अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे, जिससे जान-माल की हानि कम से कम हो।
तबाही
चक्रवात की चपेट में आकर 23 लोग हुए घायल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया बल (NDRF) के महानिदेशक अतुल करवाल ने बताया कि चक्रवात की चपेट में आने के कारण 23 लोग घायल हो गए थे, जबकि 24 पशुओं की मौत हो गई थी। वहीं NDRF की टीमों ने द्वारका के स्कूल में फंसे 127 लोगों को बचाया है।
वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सभी कलेक्टरों को अपने-अपने जिलों में चक्रवात के कारण हुए वास्तविक नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं।
राहत
बिजली बहाल करने के लिए काम कर रहीं 1000 टीमें
बता दें कि चक्रवात के बाद गुजरात के 1,000 से अधिक गांवों की बिजली गायब हो गई थी।
इंडिया टूडे के मुताबिक, कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, राजकोट और पोरबंदर जिलों में बिजली बहाल करने के लिए 1,127 टीमें काम कर रही हैं।
गौरतलब है कि 1,09,000 लोगों को तटीय इलाकों से अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया था, जिनमें 10,918 बच्चे, 5,070 वरिष्ठ नागरिक और 1,152 गर्भवती महिलाएं थीं।
तूफान
काफी कमजोर पड़ चुका है चक्रवात- IMD
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को बताया कि चक्रवात बिपरजॉय अब एक गहरे दबाव में बदलकर कमजोर हो गया है और अगले कुछ घंटों में इसके और कमजोर पड़ने की आशंका है। तूफान के प्रभाव के कारण राजस्थान के कई जिलों में आज भी बारिश हो सकती है।
गौरतलब है कि अरब सागर में उत्पन्न हुआ यह चक्रवात गुरुवार की शाम को जखाऊ के पास गुजरात के तट से तकराया था और यह प्रक्रिया आधी रात तक चली थी।