कोरोना वायरस: उत्तराखंड पुलिस ने दो जमातियों के खिलाफ किया हत्या के प्रयास का मामला दर्ज
दिल्ली में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल लोगों द्वारा सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण फैलाने को लेकर सरकार उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस जमात से जुड़े लोगों की पहचान कर उनकी जांच करा रही है। इसी बीच उत्राखंड में अपनाट्रैवल हिस्ट्री छिपाने, प्रशासन को गुमराह करने और लोगों की जान खतने में डालने को लेकर पुलिस ने हरिद्वार और रुड़की निवासी दो जमातियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने जमातियों को दी थी सामने आकर परीक्षण कराने की चेतावनी
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनिल कुमार रतूड़ी ने रविवार शाम को एक वीडियो संदेश के जरिए हाल ही में धार्मिक समारोह में शामिल हुए जमातियों को सामने आकर जांच कराने के लिए 24 घंटे का समय दिया था। इसके अलावा ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किए जाने की चेतावनी दी थी। इसके बाद हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी और नैनीताल के करीब 180 जमाती सामने आए थे।
दोनो जमातियों के सामने नहीं आने पर दर्ज किया मामला
DGP रतूड़ी ने बताया कि चेतावनी के बाद भी आरोपी दोनो जमातियों ने जांच नहीं कराई। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। इस दौरान जमात के CDR (कॉल डेटा रिकॉर्ड) में सामने आया कि दोनों आरोपियों ने राजस्थान के अलवर जिले में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और मार्च में वापस आए थे। उन्होंने कहा कि दूसरों की जान जोखिम में डालने के लिए उनके खिलाफ IPC की धारा 307 में मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने जामातियों को गुप्त रूप से राज्य में नहीं करने दिया प्रवेश
DGP रतूड़ी ने बताया कि पुलिस से संपर्क करने वाले 180 जमातियों में से 151 हरिद्वार, 12 नैनीताल, 9 देहरादून और सात पौड़ी गढ़वाल जिलों से हैं। इन सभी को क्वारंटाइन किया गया है और उनकी जांच के लिए नमूने भी ले लिए गए हैं। पुलिस प्रदेश के करीब 300 लोगों पर भी नजर रख रही है। ये सभी तबलीगी जमात से जुड़े है। राज्य में किसी भी जमाती को गुप्त रूप से प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
जमातियों को शरण देने वालों के खिलाफ भी दर्ज किया मामला
DGP रतूड़ी ने बताया कि रेलवे ट्रैक के सहारे जंगलों में जाने का प्रयास कर रहे 41 जामातियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। इसी तरह लक्सर में जमातियों को शरण देने वाले चार लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
जमातियों ने चिकित्साकर्मियों से की थी अभद्रता
तबलीगी जमात के लोग दूसरे के स्वाथ्य की चिंता नहीं करते हैं, उन्होंने इसको कई बार सिद्ध कर दिया है। गत सप्ताह गाजियाबाद में क्वारंटाइन किए गए जमातियों के एक जोड़े ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी थीं। इतना ही नहीं, वह नंगे होकर घूमे और नर्सों पर अश्लील टिप्पणी करते हुए सिगरेट की मांग करते थे। नरेला में दो जमातियों को खुले में शौच कर लोगों की जान जोखिम में डालने के मामले में पकड़ा गया था।
भारत के सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित तबलिगी जमात से जुड़े
बता दें कि तबलीगी जमात का एक धार्मिक कार्यक्रम भारत में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों का केंद्र बन गया था। मार्च में जमात ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें देश-विदेश के मौलवियों को आमंत्रित किया गया था। इसमें हजारों अनुयायी शामिल हुए और कोरोना से संक्रमित होकर घर चले गए। राज्यों के अधिकारियों ने जमातियों से खुद को क्वारंटाइन करने के लिए कहा है।