कोरोना वैक्सीन: फाइजर और मॉडर्ना आदि के संपर्क में सरकार, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की उम्मीद
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने पहली बार कहा है कि वो फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन से वैक्सीन आपूर्ति को लेकर बात कर रही है। सरकार ने तीनों कंपनियों को अलग-अलग तरीकों से मदद करने की बात भी कही है।
हालांकि, कंपनियों की तरफ से कहा गया है कि वो इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ही बातचीत शुरू कर सकेंगी।
गौरतलब है कि भारत इन दिनों वैक्सीन की कमी का सामना कर रहा है।
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औपचारिक तौर पर संपर्क में है सरकार- पॉल
नीति आयोग के सदस्य और भारत की कोरोना टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने कहा कि सरकार ने औपचारिक तौर पर फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन से भारत में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए संपर्क किया है और उनको अलग-अलग तरीकों से मदद की पेशकश की है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत से बायोटेक्नोलॉजी विभाग और विदेश मंत्रालय इन कंपनियों के संपर्क में हैं और अभी भी बातचीत चल रही है।
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कुछ महीने बाद बातचीत शुरू करेंगी कंपनियां
पॉल ने कहा, "हमने इन फार्मा कंपनियों से पूछा है क्या वो भारत में वैक्सीन भेजना चाहती हैं या बनाना चाहती हैं? हमने उन्हें बताया है कि हम उनके लिए साझेदारों की तलाश करेंगे और उनकी मदद करेंगे।"
हालांकि, तीनों कंपनियों ने संकेत दिया है कि अभी उनके पास अतिरिक्त उत्पादन की क्षमता नहीं है और वो कुछ महीने बाद इस बारे में बातचीत करेंगी।
बता दें कि कई देश इन तीनों कंपनियों की वैक्सीन इस्तेमाल कर रहे हैं।
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टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने की भी उम्मीद
पॉल ने कहा कि तीनों कंपनियां योजना के अनुरूप आगे बढ़ रही हैं और वैक्सीन आपूर्ति पर वो तीसरी तिमाही में बातचीत करेंगी। बातचीत पहले से तेज हुई है और उम्मीद है कि वो भारत में वैक्सीन उपलब्धता बढ़ाने में मदद करेंगी।
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि ये तीनों अंतरराष्ट्रीय कंपनियां वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भारतीय कंपनियों को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर कर सकती हैं। इसके लिए शीर्ष राजनयिक स्तर पर बातचीत चल रही है।
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"अगस्त-दिसंबर के बीच उपलब्ध होगी 216 करोड़ खुराकें"
डॉ पॉल ने कहा कि अधिक वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए हर स्तर पर काम हो रहा है। देश में अगस्त से दिसंबर तक वैक्सीन की कुल 216 करोड़ खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद है।
इनमें कोवैक्सिन की 55 करोड़, कोविशील्ड 75 करोड़, बायो ई सब यूनिट वैक्सीन की 30 करोड़, जायडस कैडिला की पांच करोड़, नोवावैक्स की 20 करोड़, भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन की 10 करोड़, जिनोवा की छह करोड़ और स्पूतनिक-V की 15 करोड़ खुराकें उपलब्ध होंगी।
जानकारी
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 17,92,98,584 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 20,27,162 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है।