NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / दिल्ली बॉर्डर पर ट्रैक्टर-ट्रॉली बने किसानों का ठिकाना, ऐसा है किसान प्रदर्शन का माहौल
    अगली खबर
    दिल्ली बॉर्डर पर ट्रैक्टर-ट्रॉली बने किसानों का ठिकाना, ऐसा है किसान प्रदर्शन का माहौल

    दिल्ली बॉर्डर पर ट्रैक्टर-ट्रॉली बने किसानों का ठिकाना, ऐसा है किसान प्रदर्शन का माहौल

    लेखन प्रमोद कुमार
    Dec 01, 2020
    05:34 pm

    क्या है खबर?

    तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को हरियाणा-दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए आज छठा दिन है।

    जिन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर किसानों ने दिल्ली कूच किया था, वही अब उनका ठिकाना बन गई हैं।

    बुजुर्ग किसान सड़कों पर बैठे रेडियो सुनते हैं तो युवा लंगर की व्यवस्था में जुटे रहते हैं। हर कुछ सौ मीटर की दूरी पर लंगर चल रहा है।

    सड़क का माहौल किसी रिहायशी इलाके जैसा हो गया है।

    किसान आंदोलन

    "छोटे प्रदर्शन नजरअंदाज हुए तो दिल्ली आए किसान"

    इन प्रदर्शनों में भाग लेने आए एक किसान और एक्टिविस्ट रमनदीप सिंह मान ने द प्रिंट को बताया कि उनके छोटे प्रदर्शनों को नजरअंदाज किया जा रहा था इसलिए वो यहां आए हैं।

    खुद को किसी भी संगठन का हिस्सा न बताने वाले मान कहते हैं, "5 जून को अध्यादेश लाए गए थे। जब हमने इन्हें पढ़ा तो पता चला कि यह हमारे पक्ष में नहीं हैं। हमने सरकार को बताने की कोशिश की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।"

    जानकारी

    प्रदर्शन को मूरत रूप देने के लिए हुई थी तैयारी

    मान ने बताया कि आज किसानों का आंदोलन जितना बड़ा दिख रहा है, उसके लिए महीने भर योजना तैयार की गई थी। हर किसान संगठन के नेता को कम से कम पांच गांवों में प्रदर्शनों को लेकर बात पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया था।

    इंतजाम

    किसानों के पास दो महीने के राशन का इंतजाम

    भले ही दिल्ली स्थित बांगला साहिब और रकबगंज साहिब गुरद्वारा किसानों तक लंगर पहुंचा रहे हैं, लेकिन किसान पूरी तरह से उन पर निर्भर नहीं हैं।

    प्रदर्शनकारी किसान समूहों में दिल्ली पहुंचे हैं और हर समूह के पास दो महीने के राशन, सर्दी से बचने के लिए कंबल और समय काटने के लिए ताश के पत्तों का प्रबंध है।

    शाम होते ही अस्थायी चूल्हों में आग जल जाती है और किसानों का लिए खाना पकना शुरू हो जाता है।

    किसान प्रदर्शन

    ज्यादा किसानों के कारण कम पड़ रहे इंतजाम

    मान कहते हैं कि प्रदर्शन में उम्मीद से ज्यादा लोग जुड़ गए हैं, जिसके चलते कुछ इंतजाम कम पड़ रहे हैं।

    वो कहते हैं कि दिन में लोगों के आने से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन रात में सर्दी बढ़ जाती है और ज्यादा लोग होने के कारण प्रदर्शन स्थल पर कंबल कम पड़ जाते हैं।

    हालांकि, बढ़ती सर्दी के बावजूद किसानों के हौसले कमजोर नहीं हो रहे और हर दिन के साथ प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है।

    बयान

    "मांगें नहीं मानी गई तो लंबा चलेगा प्रदर्शन"

    भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के सुरेश कौथ कहते हैं कि अगर सरकार इस संकट का समाधान नहीं करती है तो किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जाएगी।

    उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर यह सरकार मांगें नहीं मानती है तो यह प्रदर्शन लंबा चलेगा और किसानों के परिवार भी यहीं आकर डेरा डाल लेंगे।

    वहीं एक और किसान नेता कहते हैं कि किसान इतनी दूर चलकर आया है तो खाली हाथ वापस नहीं जाएगा।

    किसान आंदोलन

    राजनेताओं के लिए मंच पर जगह नहीं

    किसानों की शुरुआत से ही कोशिश रही है कि इस प्रदर्शन को कोई राजनीतिक दल न हथिया ले। इसे देखते हुए किसी भी राजनीतिक दल के नेता को मंच पर जाने की इजाजत नहीं है।

    भारतीय किसान यूनियन पंजाब के महासचिव परमिंदर सिंह चालाकी कहते हैं, "राजनेताओं का यहां पर स्वागत है। वो आकर हमारा समर्थन कर सकते हैं, लेकिन मंच पर केवल किसानों और संगठन के नेताओं के ही जगह मिलेगी।"

    किसान आंदोलन

    प्रदर्शन स्थल पर ही किसानों ने मनाया गुरु पर्व

    शाम बढ़ने के साथ मौसम में ठंडक भले ही बढ़ जाती है, लेकिन किसानों का जोश ठंडा नहीं होता।

    कई किसान ट्रॉलियों में तो कई अलाव के चारों और बैठकर दिनभर की घटनाओं पर चर्चा करते हैं।

    इस बार किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर ही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के पास मोमबतियां जलाकर और गुरुवाणी सुनकर गुरु पर्व मनाया था।

    किसानों का कहना है कि वो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और सरकार की कोशिशों के आगे झुकेंगे नहीं।

    ट्विटर पोस्ट

    किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर मनाया गुरु पर्व

    Farmers celebrated Gurupurab at Haryana Delhi border. pic.twitter.com/Hi0DEzvd23

    — Sensitive Singh (@PunYaab) November 30, 2020
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    दिल्ली
    हरियाणा
    पंजाब
    किसान

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: MI बनाम DC मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को दी करारी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को हराते हुए प्लेऑफ में किया प्रवेश, ये बने रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: सूर्यकुमार यादव ने जड़ा अर्धशतक, लगातार 13वीं टी-20 पारी में 25+ रन बनाए IPL 2025

    दिल्ली

    केंद्र सरकार की राज्यों को सलाह, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बढ़ाई जाए टेस्टिंग पश्चिम बंगाल
    देश में बीते दिन मिले 45,209 कोरोना संक्रमित, तीन दिन में दूसरी बार बढ़े सक्रिय मामले कर्नाटक
    कोरोना वायरस: बिगड़ती स्थिति संभालने के लिए केंद्र सरकार ने चार और राज्यों में भेजी टीमें पंजाब
    दिल्ली: शाह की बैठक के बाद तेजी, पहली बार एंटीजन टेस्ट से ज्यादा हुए RT-PCR टेस्ट गृह मंत्रालय

    हरियाणा

    कृषि कानून: राष्ट्रपति ने नहीं दिया मिलने का समय, नाराज अमरिंदर सिंह देंगे राजघाट पर धरना पंजाब
    शादी के मकसद से धर्म-परिवर्तन रोकने के लिए कानून लाएगी कर्नाटक सरकार- पर्यटन मंत्री सीटी रवि कर्नाटक
    हरियाणा: सोनीपत ने तीन दिन में 20 लोगों की मौत, जहरीली शराब के सेवन की आशंका हरियाणा पुलिस
    दिवाली से पहले अब हरियाणा और चंडीगढ़ ने भी लगाया पटाखों पर बैन चंडीगढ़

    पंजाब

    उत्तर प्रदेश में 19 अक्टूबर से खुलेंगे कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल हरियाणा
    रक्षा मंत्री ने किया 44 नए पुलों का उद्घाटन, अधिकतर LAC के पास जम्मू-कश्मीर
    कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई में पिछड़ रहे हैं ये चार राज्य कर्नाटक
    कृषि कानून: सरकार की बैठक में कृषि मंत्री ही नहीं हुए शामिल, गुस्साए किसानों का हंगामा हरियाणा

    किसान

    कोयला क्षेत्र में खत्म होगा सरकार का एकाधिकार, वित्त मंत्री ने की ये बड़ी घोषणाएं निर्मला सीतारमण
    लाखों भूमिहीन किसानों को लोन देगी ओडिशा सरकार, अपनी तरह की पहली योजना ओडिशा
    गुना किसान पिटाई मामला: राहुल-प्रियंका ने साधा सरकार पर निशाना, कलेक्टर और SP हटाए गए मध्य प्रदेश
    झारखंड को केंद्र सरकार का बड़ा झटका, खारिज किया सूखा राहत का प्रस्ताव झारखंड
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025