
'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ी, और मजबूत होगा घेरा
क्या है खबर?
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंचने और अब संघर्ष विराम के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
सरकार ने खुफिया एजेंसियों की सलाह पर नए खतरे का आकलन करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
विदेश मंत्री वर्तमान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 'Z' श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा में हैं। अब उनको देशव्यापी आवागमन के लिए बढ़ी हुई सुरक्षा मिलेगी, जिसमें बुलेट प्रूफ कार भी शामिल होगी।
सुरक्षा
अक्टूबर 2024 में 'Y' से 'Z' श्रेणी की हुई थी सुरक्षा, अब मिलेगी बुलेट प्रूफ कार
पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' के समय 69 वर्षीय जयशंकर भारत के कूटनीतिक रूख का एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गए थे।
पिछले साल अक्टूबर में ही उनको 'Y' श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, जिसे अब 'Z' श्रेणी की गई है। अब विदेश मंत्री के काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन और 22 सुरक्षा जवान शामिल होंगे।
अभी उनके साथ 12 CRPF के सशस्त्र कमांडो हैं। पिछले साल उनकी सुरक्षा खालिस्तानी आतंकवादियों की धमकियों के बाद बढ़ाई गई थी।
सुरक्षा
क्या होती है 'Z' श्रेणी सुरक्षा?
भारत में 'Z' श्रेणी को तीसरी सबसे बड़ी सुरक्षा मानी जाती है। इसके तहत 22 से अधिक सुरक्षा जवानों को आसपास तैनात किया जाता है।
इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के 4 से 6 जवानों के अलावा CRPF और पर्सनल सुरक्षा अधिकारी (PSO), स्टैटिक सशस्त्र गार्ड (SAG) भी होते हैं।
तीन वाचर भी होते हैं, जो शिफ्ट में काम करते हैं। इसके अलावा 3 प्रशिक्षित चालकों को भी तैनात किया जाता है।
यह सुरक्षा VVIP को मिलती है।