इजरायल और फिलिस्तीन संकट पर विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- भारत 2-राज्य समाधान का समर्थन
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध संकट पर दीर्घकालिक समर्थन की पुष्टि करते हुए कहा कि भारत 2-राज्य समाधान का समर्थक है। विदेश मंत्री ने यह बात राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान गाजा पर संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रस्तावों से भारत के कथित रूप से दूर रहने के दावे पर जवाब देते हुए कहा। इस दौरान उन्होंने इजरायल के साथ-साथ संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना का आह्वान किया।
क्या कहा विदेश मंत्री ने?
जयशंकर ने कहा, "7 अक्टूबर, 2023 को इजराइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में फिलिस्तीन से संबंधित 13 प्रस्ताव लाए गए, जिनमें भारत ने 10 के पक्ष में मतदान किया और 3 को नकारा है।" उन्होंने कहा, "फिलिस्तीन के प्रति भारत की नीति पुरानी है और हमने हमेशा बातचीत से 2-राज्य समाधान का समर्थन किया, ताकि सुरक्षित और मान्य सीमाओं में संप्रभु, स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य की स्थापना हो, जो इजरायल के साथ शांति से रहे।"
हाल में इजरायली कब्जे का किया विरोध
हाल में भारत ने UNGA में इजरायल के खिलाफ लाए गए एक प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमे इजरायल को फिलिस्तीन क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा गया है। पश्चिम अफ्रीकी देश सेनेगल में "फिलिस्तीन के प्रश्न का शांतिपूर्ण समाधान" शीर्षक वाले प्रस्ताव में इजरायल से पूर्वी यरुशलम सहित 1967 से कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों को छोड़ने की मांग की गई थी। प्रस्ताव को महासभा में भारी समर्थन मिला है। समर्थन करने वालों में भारत भी शामिल था।