दिल्ली: कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए 6 जुलाई तक होगी हर घर की स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस के प्रसार पर काबू पाने के लिए दिल्ली में 6 जुलाई तक हर घर की स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं कंटेनमेंट जोन के सभी घरों की स्क्रीनिंग 30 जून तक कर ली जाएगी। कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी नई रणनीति के तहत दिल्ली सरकार ने ये घोषणा की है। गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच हुई कई बैठकों के बाद ये नई योजना बनाई गई है।
दिल्ली में बढ़ता जा रहा है कोरोना वायरस का प्रकोप
दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप बेहद तेजी से फैल रहा है और अब तक 66,602 लोगों कोे इससे संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 2,301 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में शहर में रिकॉर्ड 3,947 नए मामले सामने आए। अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही दिल्ली मुंबई को पीछे छोड़ देश का सबसे अधिक प्रभावित शहर बन जाएगी। सबसे अधिक प्रभावित राज्यों की सूची में वह पहले से ही दूसरे नंबर पर है।
अमित शाह ने अपने हाथों में ली दिल्ली की कमान
दिल्ली की इसी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार दिल्ली सरकार की मदद के लिए आगे आई है और गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे मामले को अपने हाथ में ले लिया है। वह पिछले कुछ दिनों में अरविंद केजरीवाल के साथ कई बैठक कर चुके हैं। उनकी दखल के बाद ही दिल्ली में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है। इसके अलावा दिल्ली में छह लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
दिल्ली सरकार ने जारी की नई रणनीति
अब अपनी नई रणनीति जारी करते हुए दिल्ली सरकार ने 30 जून तक कंटेनमेंट जोन के सभी घरों और छह जुलाई तक शहर के सभी घरों की स्क्रीनिंग करने का ऐलान किया है। इसके अलावा सभी 261 कंटेनमेंट जोन में पुलिस CCTV कैमरों के जरिए लोगों की आवाजाही पर नजर रखेगी और यहां रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इन इलाकों में रह रहे सभी लोगों से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को भी कहा जाएगा।
प्रसार का पता लगाने के लिए इकट्ठे किए जाएंगे 20,000 सैंपल
नई योजना में कंटेनमेंट जोन में निगरानी और कॉन्टेंट ट्रेसिंग को भी मजबूत किया जाएगा। केवल जिलाधिकारियों के नेतृत्व में काम कर रहीं जिला टास्क फोर्स में अब जिला पुलिस प्रमुख, नगम निगम के अधिकारी और महामारी विशेषज्ञ और आरोग्य सेतु ऐप को मॉनीटर करने वाले IT प्रोफेशनल्स शामिल होंगे। केजरीवाल राज्य टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे। शहर में कोरोना का प्रसार पता लगाने के लिए 27 जून तक 20,000 सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे, जिनका नतीजे 10 जुलाई को आएंगे।
घनी आबादी से आने वाले मरीजों को भेजा जाएगा क्वारंटाइन केंद्र
इसके अलावा घनी आबादी वाले इलाकों में मरीजों को COVID-19 देखभाल केंद्र भेजने के इंतजाम किए जाएंगे। कंटेनमेंट जोन के सभी मरीजों की पांचवें और दसवें दिन टेस्टिंग की जाएगी। बता दें कि दिल्ली में हाल ही में क्वारंटाइन संबंधी नियमों में बदलाव किया गया है। अब सभी मरीजों को पहले देखभाल केंद्र जाना पड़ेगा, जहां डॉक्टर मरीज की स्थिति और पहले से अन्य कोई बीमारी है या नहीं, ये देखने के बाद होम क्वारंटाइन पर फैसला लेगा।
इस हफ्ते शुरू होगा 10,200 बेड का देखभाल केंद्र
गौरतलब है कि दिल्ली में 30 जून तक कोरोना वायरस के एक लाख मामले होने का अनुमान है जिनके लिए 15,000 बेड की जरूरत होगी। इससे निपटने के लिए छतरपुर में 10,200 बेड का दुनिया का सबसे बड़ा देखभाल केंद्र इस हफ्ते शुरू किया जाएगा।