कोरोना वैक्सीनेशन: सरकार के साथ डाटा साझा करने को तैयार चुनाव आयोग, लेकिन डिलीट करना होगा
चुनाव आयोग कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान में मदद के लिए सरकार के साथ अपना डाटा साझा करने को तैयार हो गया है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आयोग सरकार के साथ 50 से अधिक उम्र के लोगों से संबंधित डाटा साझा करेगा और इसी की मदद से सरकार लाभार्थियों की पहचान करेगी। हालांकि आयोग ने इस मदद के लिए सरकार के आगे एक शर्त लगाई है और स्वास्थ्य अधिकारियों को वैक्सीनेशन खत्म होने के बाद ये डाटा डिलीट करना होगा।
स्वास्थ्यकर्मियों के बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाई जानी है वैक्सीन
शनिवार से शुरू हो रहे भारत के कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे अन्य कर्मचारियों के बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। हर मतदान केंद्र पर 50 साल से अधिक उम्र के इन्हीं लोगों की पहचान करने के लिए सरकार ने चुनाव आयोग की मदद मांगी थी और केंद्रीय गृह सचिव ने 31 दिसंबर को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा को पत्र लिखा था।
सरकार का पूरा सहयोग करने को तैयार चुनाव आयोग
समाचार एजेंसी PTI के सूत्रों के अनुसार, विस्तृत विचार विमर्श के बाद चुनाव आयोग सरकार को पूरी मदद देने को तैयार हो गया है और 4 जनवरी को गृह सचिव को पत्र लिखते हुए उसने सरकार को अपने इस फैसले के बारे में सूचित किया। हालांकि आयोग ने सरकार से ये सुनिश्चित करने को कहा है कि डाटा को जिस कार्य के लिए मांगा गया है, उसी के लिए उपयोग किया जाए और उपयोग के बाद डिलीट कर दिया जाए।
वोटर्स की गोपनीयता को सुरक्षित करने के लिए फॉर्मेट तैयार कर रहा आयोग
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव आयोग अभी डाटा साझा करने का ऐसा फॉर्मेट तैयार कर रहा है ताकि वोटर्स की प्राइवेसी की सुरक्षा की जा सके। गोपनीयता की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, '"एक विकल्प यह है कि सभी राज्यों की सूचना एक ही एजेंसी को देने की बजाय हम हर बूथ के 50 से अधिक उम्र के वोटर्स की जानकारी सीधा संबंधित राज्यों को ही दें।"
लोकसभा और विधानसभा की मतदाता सूचियों का होगा प्रयोग
कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार, 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के ताजा मतदाता सूची का प्रयोग किया जाएगा। सरकार ने वोटर पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट समेत ऐसे 12 पहचान पत्रों की सूची जाहिर की है और वैक्सीन लगवाने से पहले लाभार्थियों को इनके जरिए अपनी पहचान साबित करनी होगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वैक्सीनेशन का शुभारंभ करेंगे प्रधानमंत्री
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत के कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ करेंगे। ये कार्यक्रम सुबह 9-10 बजे के आसपास होगा और इसके बाद देशभर के लगभग 3,000 केंद्रों पर 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, अन्य बीमारियों के वैक्सीनेशन के लिए आरक्षित दिनों के अलावा बाकी सभी दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएंगी।