उत्तराखंड: हिमस्खलन में फंसे 29 पर्वतारोहियों में से 10 की मौत, राहत और बचाव कार्य जारी
क्या है खबर?
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डंडा-2 पर्वत चोटी के पास मंगलवार को हिमस्खलन में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NMI) के 29 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों में से अब तक 10 की मौत हो चुकी है।
जिला प्रशासन, राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF), राज्य आपदा राहत बल (SDRF) और सेना के टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से शवों की तलाश की जा रही है।
ट्वीट
मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट कर दी थी जानकारी
दोपहर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर मामले की जानकारी दी थी।
उन्होंने लिखा, 'द्रौपदी का डांडा-2 में हिमस्खलन से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 29 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद का अनुरोध किया है। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने का अभियान जारी है।'
दल
ट्रैकिंग के लिए गया था 40 सदस्यीय दल
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि NMI का 40 सदस्यीय दल द्रौपदी का डंडा-2 पर्वत शिखर पर ट्रैकिंग के लिए गया था। इसमें 33 प्रशिक्षु और सात प्रशिक्षक शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सुबह करीब 9 बजे अचानक आए हिमस्खलन के बाद 29 पर्वतारोही पहाड़ पर ही फंस गए। इसके बाद बचाव एवं राहत कार्य शुरू कर अब तक तीन प्रशिक्षु और पांच प्रशिक्षकों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
मदद
वायुसेना ने भेजे दो चीता हेलीकॉप्टर
DGP ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी की मांग के बाद भारतीय वायुसेना ने बचाव और राहत कार्य में मदद के लिए दो चीता हेलीकॉप्टर भेजे हैं। अब उनकी मदद से फंसे हुए पर्वातरोहियों का पता लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में 21 पर्वतारोही पहाड़ पर फंसे हुए हैं और उनकी तलाश का काम जारी है। इस दल ने 23 सितंबर से पहाड़ पर ट्रैकिंग शुरू की थी और अब वह वापस लौट रहे थे।
बयान
10 की मौत, 11 की तलाश जारी- NMI
NMI के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट ने PTI को बताया कि उत्तरकाशी हिमस्खलन त्रासदी में अब तक 10 पर्वतारोहियों की मौत हो गई है। वहीं, आज आठ लोगों को बचाया गया है। लापता 11 लोगों की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि 10 शव देखे गए थे। उनमें से चार बरामद कर लिए गए हैं और अन्य की तलाश जारी है।
बताया जा रहा है कि फंसे हुए पर्वतारोहियों में कर्नाटक और अन्य राज्यों के युवा शामिल हैं।
निर्देश
गृह मंत्री ने अधिकारियों को दिए बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है।
उन्होंने लिखा, 'उत्तरकाशी में हिमस्खलन की घटना बहुत दुखद है। इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन, SDRF, NDRF, ITBP और सेना की टीमें पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव अभियान में लगी हुई हैं।'
इधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी घटना में जान गवांनों वालों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए लापता पर्वतारोहियों की सुरक्षित वापसी की कामना की है।
दुख
रक्षा मंत्री ने घटना पर जताया दुख
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करते हुए घटना पर दुख जताया है।
उन्होंने लिखा, 'उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण कीमती जान गंवाने की दुखद सूचना से से गहरा दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।" कहा जा रहा है कि इस घटना में कई प्रशिशु पर्वतारोहियों की मौत हो गई है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।