दिल्ली: हिरासत में लिए गए 15 छात्र कार्यकर्ता, छेड़छाड़ के विरोध में कर रहे थे प्रदर्शन
क्या है खबर?
दिल्ली में सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज के बाहर प्रदर्शन कर रहे 15 छात्र कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने का मामला सामने आया है।
छात्र बड़ी संख्या में अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) के नेतृत्व में पिछले सप्ताह कॉलेज फेस्ट के दौरान छात्राओं के साथ कथित तौर पर हुई छेड़छाड़ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने छात्रों को हिरासत में लिए जाने के आरोपों को खारिज कर दिया है।
आरोप
कॉलेज के गेट से हिरासत में लिए गए छात्र- AISA
AISA की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अभिज्ञान ने बताया कि लगभग 15 छात्र कार्यकर्ताओं को कॉलेज के गेट से हिरासत में लिया गया है और उन्हें बुराड़ी थाने ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि छात्र छेड़छाड़ की घटना और कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभी छात्रों को शांतिपूर्ण तरीके से हटाया गया है और इस दौरान किसी छात्र को हिरासत में नहीं लिया गया।
मामला
क्या है पूरा मामला?
इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में 27-28 मार्च को दो दिवसीय फेस्ट का आयोजन किया गया था, जिसके दूसरे दिन बड़ी संख्या में छात्राएं पहुंची थीं।
छात्राओं ने आरोप लगाया था कि बाहर के कुछ युवक कॉलेज की चारदीवारी को फांदकर परिसर में आ गए थे और उन्होंने नारेबाजी करने के साथ-साथ उनके साथ अभद्रता और छेड़खानी भी की थी। घटना की कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आई थीं।
पुलिस मामले में केस दर्ज कर जांच कर रही है।
प्रदर्शन
छात्राओं ने कुछ दिन पहले भी किया था प्रदर्शन
बता दें कि छेड़खानी की घटना के विरोध में छात्राओं ने कुछ दिन पहले भी प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रधानाचार्य के इस्तीफे की मांग भी की थी।
ये इस तरह का पहला मामला नहीं है। पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली विश्वविद्यालय के एक अन्य महिला कॉलेज मिरांडा हाउस की छात्राओं ने कहा था कि दीवाली उत्सव के दौरान कई युवकों ने उनके साथ कॉलेज परिसर में छेड़खानी की थी।
संज्ञान
DCW ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली विश्वविद्यालय को भेजा नोटिस
दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस और दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों को नोटिस जारी कर 6 अप्रैल तक जवाब देने के लिए कहा है।
उन्होंने दिल्ली के कॉलेज में पिछले कुछ समय में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर जानाकरी देने के लिए भी कहा है।