दिल्ली: दिवाली पर होने वाली दुर्घटनाओं के लिए अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम, स्टैंडबाय पर डॉक्टर
दिवाली के मौके पर होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए दिल्ली के अस्पतालों में इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। मिट्टी के दिए और पटाखे चलाने से होने वाली जलने की दुर्घटनाओं के पीड़ितों के लिए बेड रिजर्व किए गए हैं। लोकनायक जयप्रकाश, सफदरजंग और GTB जैसे बड़े अस्पतालों में बर्न इंजरी के मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं। यहां डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को स्टैंडबाय पर रखा गया है और अतिरिक्त काउंटर बनाए गए हैं।
GTB अस्पताल में छह बेड आरक्षित
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, GTB अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुभाष गिरी ने कहा कि बर्न इंजरी के मरीजों के लिए छह बेड आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बर्न इंजरी के मरीजों के लिए अतिरिक्त वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें छह बेड हैं। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि रुटीन टीमें रातभर तैनात रहेंगी, जबकि सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों और विशेषज्ञों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
LNJP में 10 बेड आरक्षित
लोकनायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी विभाग हर प्रकार की स्थिति के लिए तैयार है और बर्न इंजरी के मरीजों के लिए 10 बेड आरक्षित किए गए हैं। आपदा वार्ड हमेशा खुला है और इसमें 20 से अधिक बेड हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार पटाखों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि इस बार बर्न इंजरी के कम मरीज अस्पतालों में आएंगे।
सफदरजंग अस्पताल में 20 बेड आरक्षित
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के सभी डॉक्टर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे और प्रशासन ने 20 अतिरिक्त बेड आरक्षित किए हैं। इस विभाग के प्रमुख डॉक्टर शलभ कुमार ने बताया कि विभाग में 112 बेड हैं। दिवाली के मौके पर ज्यादातर मरीज शाम 6 बजे से लेकर आधी रात तक आते हैं। इस बार सभी डॉक्टर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। बता दें कि पिछले कुछ सालों से मरीजों की संख्या कम हुई है।
पटाखे चलाते समय बरतें ये सावधानियां
पटाखे जलाते समय लोगों को लंबी मोमबती या फुलझड़ी का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही उन्हीं अपनी बांह सीधी रखनी चाहिए ताकि पटाखों और शरीर के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे। हमेशा जूते पहनकर पटाखे जलाएं और इसके लिए खुले स्थान का ही चयन करें। पटाखे जलाते समय पानी की बाल्टियां पास रखें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर और सिंथेटिक कपड़े पहनकर पटाखे जलाने से बचें। बच्चों को पटाखे न चलाने दें।