दिल्ली में बाढ़: सुप्रीम कोर्ट के पास पानी भरा, राजघाट डूबा; कम हुआ यमुना का जलस्तर
दिल्ली में बाढ़ का खतरा कम हुआ है, लेकिन संकट अभी भी बरकरार है। यमुना नदी का पानी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। आज सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 208.44 मीटर पर था, जो खतरे के निशान से 3.1 मीटर ज्यादा है। नदी का पानी अब महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट परिसर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है।
ITO पर भरा पानी, कई रास्ते बंद
आयकर विभाग कार्यालय (ITO) स्थित विकास भवन पर ड्रेनेज का रेगुलेटर टूटने की वजह से जलजमाव होता जा रहा है। यहां से गुजरने वाले कई रास्ते बंद कर दिए गए हैं। इस वजह से कई सड़कों पर लंबा जाम लग गया है। केंद्रीय राजस्व भवन, दिल्ली पुलिस का पुराना मुख्यालय और लोक निर्माण विभाग का मुख्यालय समेत कई सरकारी कार्यालय डूब गए हैं। मजनू का टीला, निगम बोध घाट, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ से राजघाट भी जलमग्न हो गया है
कम हो रहा यमुना का जलस्तर
दिल्ली वालों के लिए राहत की खबर भी है। यमुना का जलस्तर अब लगातार कम हो रहा है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के मुताबिक, सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया था। सुबह 7 बजे ये घटकर 208.44 मीटर और 8 बजे 208.42 मीटर हो गया है। संभावना है कि दोपहर 1 बजे तक ये और गिरावट के साथ 208.3 मीटर पर आ सकता है। हालांकि, ये स्तर भी खतरे के निशान से ज्यादा ही होगा।
केजरीवाल ने प्रशासन से सेना की मदद लेने को कहा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ITO पर ड्रेनेज रेगुलेटर को ठीक करने के लिए मुख्य सचिव को सेना की मदद लेने को कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'रेगुलेटर टूटने से ITO और आसपास बाढ़ आ रही है। मैंने इसे तत्काल ठीक करने के लिए मुख्य सचिव को सेना/NDRF की मदद लेने को कहा है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फ्रांस से फोन पर गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल विनय सक्सेना से बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।
दिल्ली की सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है
दिल्ली में अब पेयजल संकट का खतरा
बाढ़ की वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला में 3 जलशोधन यंत्र कल से बंद हैं। इससे पीने के पानी की आपूर्ति में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है। इस वजह से दिल्ली पर अब पेयजल संकट का खतरा मंडराने लगा है। कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, समेत दक्षिणी दिल्ली के इलाकों के लोगों को पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
23,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के अधिकारी ने जानकारी दी है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 23,692 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। स्वयंसेवी संस्थाओं और संगठनों ने भी 1,022 लोगों को बचाया है। NDRF की करीब 12 टीमें अभी भी दिल्ली में तैनात हैं। इस बीच स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने भी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।