'बाबा का ढाबा' के मालिक कांता प्रसाद ने किया आत्महत्या का प्रयास, अस्पताल में भर्ती
क्या है खबर?
कहते हैं कि किस्मत जब करवट लेता है तो इंसान झटके से 'फर्श से अर्श' और 'अर्श से फर्श' पर आ जाता है। ऐसा ही हुआ है दिल्ली के मालवीय नगर में छोटा सा ढाबा 'बाबा का ढाबा' चलाने वाले कांता प्रसाद के साथ।
वह सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के कारण मामूली ढाबे से रेस्त्रां तक पहुंच गए थे, लेकिन कोराना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन ने उन्हें आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
पृष्ठभूमि
क्या है बाबा का ढाबा?
दरअसल, मालवीय नगर में स्थित 'बाबा का ढाबा' बुजुर्ग कांता प्रसाद और उनकी पत्नी बादामी देवी द्वारा संचालित एक छोटा सा भोजनालय है। कांता प्रसाद पिछले 30 सालों से यह भोजनालय संचालित कर रहे हैं।
कांता प्रसाद का यह ढाबा अक्टूबर में उस समय चर्चा में आया था, जब उनके भोजनालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया था।
इसके बाद हजारों की तादात में लोग उनकी मदद के लिए आगे आए थे।
वायरल
कैसे वायरल हुआ था बाबा का ढाबा?
फूड ब्लॉगर गौरव वासन ने अक्टूबर 2020 में 'बाबा का ढाबा' का दौरा किया था और भोजनालय पर बनाई वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर अपलोड की थी।इस छोटे वीडियो में कांता प्रसाद को रोते हुए देखा गया था।
उन्होंने बताया था वह 30 सालों से भोजनालय संचालित कर रहे हैं, लेकिन लोग उनके यहां बहुत कम आते हैं और लॉकडाउन के कारण उनको और ज्यादा परेशानियां हुई है। इसके बाद लोगों ने कांता प्रसाद की बहुत मदद की थी।
परिवर्तन
कांता प्रसाद ने दिसंबर में ढाबे की जगह खोल लिया था रेस्त्रां
वायरल वीडियो से मशहूर होने तथा लोगों की मदद से 'बाबा का ढाबा' के मालिक कांता प्रसाद ने दिसंबर में मालवीय नगर में ढाबे की जगह नया रेस्त्रां खोल दिया था।
इसको लेकर उन्होंने खुशी जताते हुए उसे ईश्वर का आशीर्वाद बताया था और मदद के लिए लोगों को धन्यवाद भी दिया था।
उस दौरान उन्होंने लोगों से अपने नए रेस्त्रां का दौरा करने की भी अपील थी। उन्होंने रेस्त्रां में भारतीय और चीनी व्यंजन बनाना शुरू किया था।
जानकारी
कांता ने यूट्यूबर पर लगाए थे गंभीर आरोप
कांता प्रसाद ने उनकी वायरल वीडियो बनाने वाले यूट्यूबर गौरव वासन पर लोगों द्वारा दान में दिए गए पैसों में हेराफेरी करने के गंभीर आरोप भी लगाए थे। हालांकि, बाद में गौरव ने धोखाधड़ी के सभी आरोपों का खंडन किया था।
नुकसान
लॉकडाउन के कारण रेस्त्रां में हुआ भारी नुकसान
कांता प्रसाद के नया रेस्त्रां खोलने के बाद देश में कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया था। इससे ग्राहकों की कमी के कारण उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा था।
इस साल मार्च में फिर से लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद उनका नुकसान बढ़ता गया और उन्हें रेस्त्रां बंद करना पड़ा था।
उसके बाद वह फिर से पत्नी के साथ पुराने ढाबे पर चले गए थे, लेकिन लॉकडाउन के उन्हें संघर्ष करने के लिए मजबूर कर दिया।
आत्महत्या
कांता प्रसाद ने गुरुवार को किया आत्महत्या का प्रयास
इंडिया टुडे के अनुसार लॉकडाउन के कारण आई आर्थिक तंगी को कांता प्रसाद सह नहीं पाए और गुरुवार रात को उन्होंने शराब और नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या कर प्रयास किया।
हालांकि, समय रहते उनके छोटे बेटे करण ने उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। इससे उनकी जांन बच गई। उनका फिलहाल अस्पताल में उपचार चल रहा है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेटे के बयानों के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुलह
गौरव वासन ने कांता प्रसाद के साथ कर ली थी सुलह
बता दें कांता प्रसाद की ओर से यूट्यूबर गौरव वासन पर पैसों में हेराफेरी के आरोप लगाने के बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ गया था। हालांकि, कांता प्रसाद के रेस्त्रां के बंद होने के बाद वासन ने उनसे मुलाकात की थी और सभी गिले सिकवों को दूर कर लिया था।
इसके बाद उन्होंने कांता के साथ एक फोटो शेयर कर इसकी जानकारी भी दी थी। इसी तरह कांता प्रसाद ने भी उन्हें चोर नहीं कहने की बात कही थी।