दिल्ली: 1 नवंबर से सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खुलेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाया प्लान
क्या है खबर?
राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 1 नवंबर से सभी स्कूलों को खोलने की इजाजत दे दी है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया है कि दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट, सभी स्कूल 1 नवंबर से खोले जा सकेंगे।
सिसोदिया ने कहा कि बच्चों को स्कूल भेजने के लिए माता-पिता पर प्रेशर नहीं डाला जाएगा और स्कूलों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा।
आइए जानें पूरी खबर।
जानकारी
मार्च 2020 के बाद अब नवंबर से खुलेंगे स्कूल
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के बाद सभी स्कूल मार्च 2020 में बंद कर दिए गये थे। जनवरी 2021 में 9वीं-12वीं के बच्चों के लिए कुछ स्कूल खोले गए थे, लेकिन 8वीं तक के स्कूल अभी तक बंद थे।
बयान
दिल्ली में कोरोना काबू में है, लेकिन सावधान रहना होगा- सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना काबू में है। अब चिंता की बात नहीं है, लेकिन सावधान रहना होगा।
उन्होंने कहा, "स्कूल काफी समय से बंद हैं। बच्चों को बहुत नुकसान हो रहा है। बच्चों के नुकसान की भरपाई आसान नहीं होगी। अब फैसला लिया गया है कि स्कूल खोलने की अनुमति दे दी जाए। चाहे वह सरकारी हों या फिर प्राइवेट हों, सभी स्कूलों को खोलने की इजाजत दी जा रही है।"
ट्विटर पोस्ट
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी
All the schools and educational institutes shall be allowed to be opened, for all the classes, in Delhi from 1st Nov.
— Manish Sisodia (@msisodia) October 27, 2021
However, schools shall also continue online classes for the students who are not willing to attend classes offline.
नियम
50 फीसदी से ज्यादा विद्यार्थियों को एक बार में नहीं बुलाया जाएगा
सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके सारे स्टाफ को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है।
बच्चों को स्कूल बुलाने वाले स्कूल सुनिश्चित करेंगे कि पढ़ाई हाइब्रिड मोड में हो। 50% से ज्यादा बच्चों को न बुलाया जाए और फिजिकल और ऑनलाइन दोनों कक्षाएं साथ चलें और किसी भी माता-पिता को बच्चे को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
सोशल डिस्टेंसिंग
सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे होगा पालन?
सभी कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अलग-अलग समय का फॉर्मूला है।
मॉर्निंग और इवनिंग शिफ्ट के बीच कम से कम एक घंटे का गैप देना अनिवार्य होगा।
बच्चों को अपना खाना, किताबें और अन्य स्टेशनरी का सामान एक-दूसरे से साझा नहीं करने की सलाह दी गई है।
लंच ब्रेक पहले की तरह सभी कक्षाओं का एक साथ नहीं होगा ताकि छात्रों की भीड़ इक्कठी न हो।
सीटिंग अरेंजमेंट इस तरह का किया जाए कि एक-एक सीट छोड़कर छात्र बैठें।
कोविड-19
क्या है दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति?
ताजा आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में कोविड-19 के 41 नए मामले सामने आए, 25 मरीज ठीक हुए और संक्रमण दर 0.08% दर्ज की गई। वहीं संक्रमण से किसी रोगी की मौत नहीं हुई।
देश की राजधानी में COVID-19 मामलों की संख्या 14.39 लाख से अधिक हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 25,091 हो गई है।
बता दें कि देश में पिछले 24 घंटे में 13,451 नए कोविड केस आए और 14,021 लोग कोरोना से ठीक हुए।