हेलिकॉप्टर हादसे में CDS जनरल रावत, उनकी पत्नी और स्टाफ समेत 13 लोगों की मौत
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। वायुसेना ने बताया कि CDS रावत वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में संबोधन देने जा रहे थे। दोपहर के करीब CDS, उनकी पत्नी और स्टाफ को ले जा रहा वायुसेना का Mi 17 V5 हेलिकॉप्टर कुनूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी, स्टाफ और हेलिकॉप्टर के चालक दल के सदस्यों समेत 13 लोगों की मौत हो गई।
हेलिकॉप्टर में सवार एक अधिकारी चोटिल
वायुसेेना ने बताया कि हेलिकॉप्टर में सवार डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज से जुड़े ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को चोटें आई हैं और उनका वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। वो हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में एकमात्र हैं, जो जिंदा बचे हैं।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने लिखा कि जनरल रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के दूसरे जवानों की मौत से दुख पहुंचा है। उन्होंने पूरी लगन से देश सेवा की। गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जनरल रावत सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे। उनके योगदान और समर्पण को शब्दों में नहीं पिरोया जा सकता।
रक्षा मंत्री ने जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS रावत की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'तमिलनाडु में दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों की आकस्मिक मौत से गहरा दुख पहुंचा है। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए अपूर्णीय क्षति है।' उन्होंने लिखा कि जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी।
कल संसद को जानकारी देंगे राजनाथ सिंह
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल संसद को इस हादसे के बारे में जानकरी दे सकते हैं। उन्होंने आज वायुसेना प्रमुख को घटनास्थल पर भेजा है। वायुसेना के विंग कमांडर पीएस चौहान इस हेलिकॉप्टर को उड़ा रहे थे। अभी तक हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वायुसेना की तरफ से बताया गया है कि हादसों की वजह जानने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।
सुबह करीब 9 बजे दिल्ली से रवाना हुए थे जनरल रावत
बुधवार सुबह करीब 9 बजे 63 वर्षीय जनरल रावत दिल्ली से अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ विशेष विमान से तमिलनाडु के सुलुर के लिए रवाना हुए। उन्हें वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेना था। इस विमान में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, जितेंद्र सिंह, लांस नायक विवेक कुमार, बी साई तेजा और हवलदार सतपाल सवार थे।
दोपर 12:20 मिनट के करीब हुआ हादसा
दिल्ली से उड़ा विमान करीब 11:35 मिनट पर सुलुर एयरबेस पर पहुंचा था। 10 मिनट बाद यहां से ये सभी लोग वायुसेना के Mi 17 V5 हेलिकॉप्टर में सवार होकर करीब 94 किलोमीटर दूर वेलिंगटन के लिए उड़े थे। सुलुर से इन नौ लोगों के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी और चालक दल के चार सदस्य सवार हुए थे। करीब 12:20 मिनट पर यह कट्टेरी इलाके के पास यह हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
देश के पहले CDS थे जनरल रावत
दिसंबर, 2016 में थल सेनाध्यक्ष बनने वाले जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। सेनाध्यक्ष पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को तीन साल के लिए CDS पद संभाला था।
1978 में सेना से जुड़े थे जनरल रावत
शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़े जनरल बिपिन रावत खड़कवासला राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षित थे। सेना के साथ उनके सफर की शुरूआत दिसंबर 1978 में हुई, जब वो 11वीं गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन के साथ जुड़े। वो 'स्वॉर्ड ऑफ हॉनर' से सम्मानित थे। जनरल रावत पूर्वी सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LOAC) के पास इनफ्रेंट्री बटालियन और कश्मीर घाटी इनफेंट्री डिविजन की कमान संभाल चुके थे।