तमिलनाडु में वायुसेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, CDS जनरल रावत थे सवार
तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलुर के बीच में वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, उनके रक्षा सहायक, सुरक्षाकर्मी और वायुसेना पायलट समेत 14 लोग इसमें सवार थे। बताया जा रहा है कि CDS रावत किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ऊटी जा रहे थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय कैंपों से सेना के बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत और बचाव अभियान शुरू किया।
अस्पताल में भर्ती कराए गए 80 फीसदी जल चुके दो लोग
मौके पर पहुंचे सेना अधिकारियों को बताया गया कि दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने करीब 80 फीसदी जल चुके दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया है। अभी तक उनकी पहचान की पुष्टि नहीं हो सकी है। सेना हेलिकॉप्टर में सवार लोगों का पता लगाने में जुटी है। ये सभी लोग MI सीरीज के हेलिकॉप्टर में सवार होकर जा रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खराब मौसम को हादसे की वजह बताया जा रहा है।
वायुसेना ने दिए जांच के आदेश
वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि Mi-17V5 हेलिकॉप्टर, जिसमें CDS जनरल बिपिन रावत सवार थे, कुनूर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हादसे की वजह का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।
संसद में जानकारी देंगे राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर घटना की जानकारी दी है। सिंह थोड़ी देर में संसद में भी इस संबंध में अपना बयान देंगे। राजनाथ सिंह ने वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी को सुलुर बेस जाने का निर्देश दिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों के स्वस्थ होने की कामना की है।
घटनास्थल पर आग बुझाने की कोशिश करते हुए लोग
देश के पहले CDS हैं जनरल रावत
दिसंबर, 2016 में थल सेनाध्यक्ष बनने वाले जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। सेनाध्यक्ष पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को तीन साल के लिए CDS पद संभाला था।
1978 में सेना से जुड़े थे जनरल रावत
शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से पढ़े जनरल रावत खड़कवासला राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षित हैं। सेना के साथ उनके सफर की शुरूआत दिसंबर 1978 में हुई, जब वो 11वीं गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन के साथ जुड़े। वो 'स्वॉर्ड ऑफ हॉनर' से सम्मानित हैं। जनरल रावत पूर्वी सेक्टर में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LOAC) के पास इनफ्रेंट्री बटालियन और कश्मीर में घाटी इनफेंट्री डिविजन की कमान संभाल चुके हैं।