जनरल बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश: चश्मदीद ने बयां की दुर्घटना की भयावहता
आज पूरा देश उस समय सन्न रह गया जब देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कोयंबटूर में क्रैश हो गया। दुर्घटना में 11 अधिकारियों और जवानों के मरने की पुष्टि हो गई है, वहीं तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी स्थिति भी बेहद नाजुक बताई जा रही है। हेलीकॉप्टर क्रैश होते हुए देखने वाले एक चश्मदीद ने जो घटनाक्रम बताया है, वो इसकी भयावहता बयां करता है।
आग का गोला बन गया था हेलीकॉप्टर- चश्मदीद
घटनास्थल के पास रहने वाले कृष्णास्वामी ने बताया, "मैंने पहले एक तेज आवाज सुनी। क्या हुआ है, ये देखने के लिए जब मैं बाहर आया तो मैंने हेलीकॉप्टर को एक पेड़ से क्रैश होते हुए देखा। ये एक बड़ा आग का गोला बन गया और फिर दूसरे पेड़ से जा टकराया। मैंने दो-तीन लोगों को हेलीकॉप्टर से गिरते हुए देखा। वे पूरी तरह से जले हुए थे। फिर मैंने मदद के लिए इलाके में रहने वाले लोगों को बुला लिया।"
दुर्घटना की भयावहता को बयां कर रहीं तस्वीरें और वीडियो
घटनास्थल से आ रही तस्वीरें और वीडियो भी घटना की भयावहता बयां करती हैं। तस्वीरों में क्रैश हेलीकॉप्टर को देखा जा सकता है जो जलकर खाक हो गया है। कुछ वीडियोज में हेलीकॉप्टर में भीषण आग लगती हुई दिख रही है। एक अन्य वीडियो में स्थानीय लोग इसे बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। एक वीडियो में सुरक्षाबलों को दुर्घटना में घायल या मरे एक व्यक्ति को ले जाते हुए देखा जा सकता है।
देखें दुर्घटना का वीडियो
अभी तक दुर्घटना के बारे में क्या-क्या पता है?
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, घटना उस समय हुई जब जनरल रावत सुलूर हवाई अड्डे से वेलिंगटन एक कॉलेज में लैक्चर देने के लिए जा रहे थे। Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में उनके साथ उनकी पत्नी, रक्षा सहायक, सुरक्षाकर्मी और वायुसेना पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। इनमें से जनरल रावत को छोड़कर बाकी सभी की मौत की पुष्टि हो गई है। अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है और वायुसेना ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
राजनाथ ने प्रधानमंत्री को किया सूचित, संसद को भी करेंगे संबोधित
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अभी तक उपलब्ध जानकारी दे दी है और जल्द ही वे इस संबंध में संसद में भी बयान जारी करेंगे। अभी वे जनरल रावत के दिल्ली स्थित घर गए हैं। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी यहीं पर मौजूद हैं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी घटनास्थल पहुंच रहे हैं।
देश के पहले CDS हैं जनरल रावत
दिसंबर, 2016 में थल सेनाध्यक्ष बनने वाले जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। सेनाध्यक्ष पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने 1 जनवरी, 2020 को तीन साल के लिए CDS पद संभाला था।